(उमेश बागरेचा)
स्थानीय निकायों में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद हेतु प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया के तहत नगर पालिका परिषद बालाघाट के लिए भाजपा प्रदेश संगठन द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक संतोष जैन का आज सुबह बालाघाट आगमन हुआ। अपने बालाघाट प्रवास के दौरान श्री जैन ने शहर के प्रभावशाली तथा वरिष्ठ भाजपाईयों से वन टू वन चर्चा करके संभावित अध्यक्ष प्रत्याशी के संबंध में राय जानी।
ज्ञात हो कि आगामी 7 अगस्त को अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद का निर्वाचन होना है। भाजपा द्वारा प्रदेश की सभी नगर पालिका एवं परिषद में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी के चयन की प्रक्रिया के तहत पर्यवेक्षकों की नियुक्तियां की है, जो पार्षदो, संगठन पदाधिकारियों तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर उनकी पसंद के आधार पर अध्यक्ष पद के लिए नामों का पैनल बनाकर प्रदेश संगठन को भेजेंगे। इसी कड़ी में पर्यवेक्षक संतोष जैन बालाघाट पहुंचे है।
उल्लेखनीय यह है कि संतोष जैन के बालाघाट आने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था, इस आशय की सूचना पूर्व में ही जिला भाजपा को एवं मीडिया में भी जारी हो चुकी थी। लेकिन चुनावी रणनीति के तहत बालाघाट विधायक श्री गौरीशंकर बिसेन ने भाजपा के इक्का-दुक्का को छोडक़र सभी पार्षदों को श्री जैन के आगमन के एक दिन पूर्व ही निजी बस से धार्मिक यात्रा के नाम पर ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर तथा भोपाल के लिए रवाना कर दिया, जो अब 7 अगस्त को चुनाव के दिन सुबह-सुबह ही बालाघाट शहर पहुंचेंगे ऐसी चर्चा भाजपा गलियारे में है।
भाजपा के पार्षदों के शहर में नहीं रहने से पर्यवेक्षक संतोष जैन, अध्यक्ष उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशियों के लिए पार्षदों की राय, पसंद-नापसंद नहीं जान पाए। लेकिन उन्होंने दोपहर लगभग 3 घंटे 12.30 से 3.30 बजे तक शहर के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं नेताओं जिनमे पूर्व जिला भाजपा तथा पूर्व नपा अध्यक्ष रमेश रंगलानी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती लता एलकर, कोऑपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार रायजादा, जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश भटेरे, जिला महामंत्री श्रीमती मौसम हरिनखेडे, जिला उपाध्यक्ष क्रमश: सत्यनारायण अग्रवाल, संजय खंडेलवाल, संजय पप्पू गौतम, जिला कोषाध्यक्ष किरणभाई त्रिवेदी, महामंत्री नरेंद्र भैरम, निवर्तमान अध्यक्ष अनिल धुवारे, मीडिया प्रभारी अभय कोचर, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष हेमा वाधवानी, संजय मिश्रा आदि से वन टू वन चर्चा करके संभावित प्रत्याशियों के बारे में कि किसे और क्यों प्रत्याशी बनाया जाना चाहिए राय जानी । विधायक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन से भी बंद कमरे में काफी देर तक चर्चा हुई। भाजपा सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सोहागपुर को पर्यवेक्षक से इसलिए नही मिलने दिया गया कि वो बालाघाट शहर के निवासी नही है, अब ऐसा क्यों और किसके इशारे पर हुआ हमे ज्ञात नहीं। भाजपा के और भी कुछ महत्वपूर्ण नेता ऐसे थे जिन्हे आज बुलाया जाना था, मगर जानबूझकर नहीं बुलाया गया ऐसी भाजपा के अंदरखाने में चर्चा है।
सूत्र बताते है कि पर्यवेक्षक संतोष जैन पार्षदों से भले ही आमने सामने नही मिल पाए है, लेकिन टेलीफोनिक ( मोबाइल पर) चर्चा करने की जरूर पूरी कोशिश करेंगे और शायद इसी उद्देश्य से आज वे रात्रि में बालाघाट में ही रुकेंगे और कल पार्षदों से चर्चा करने का प्रयास करेंगे। चूंकि आज सभी पार्षद रास्ते में सफर में होंगे इसलिए बात नहीं हुई होगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पर्यवेक्षक संतोष जैन को बालाघाट आने के एक दो दिन पहले ही ज्ञात हो गया था कि उनके प्रवास के पूर्व ही पार्षद बालाघाट से रवाना कर दिए जायेंगे, उसके बावजूद भी वे आए जो यह आभास कराता है कि पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यह भी जानकारी मिली है कि भाऊ शायद नहीं चाहते थे कि संतोष जैन बालाघाट आएं, इस बात को लेकर संतोष जैन एवं भाऊ के बीच दो दिन पूर्व कुछ गरमागरम बहस होने बात भी सूत्र बता रहे हैं।
इन बातों से एक संभावना यह उभर कर आती है चूंकि बालाघाट शहर भाऊ के विधान सभा क्षेत्र में आता है इसलिए उनकी पुरजोर कोशिश रहेगी कि अध्यक्ष पद का दावेदार उन्ही का कोई करीबी हो, ताकि 15 बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में उनके लिए कोई बाधा ना रहे। जबकि संगठन चाहेगा कि प्रत्याशी उनकी पसंद का हो। अब देखना होगा कि प्रत्याशी के चयन में बाजी भाऊ के हाथ में आती है या संगठन के?