इसे शिक्षित युवा बेरोजगारों की बद-नसीबी कहे या फिर कुछ और की विभिन्न विभागों में लाखों संख्या में रिक्त पद होने के बावजूद भी उन रिक्त पदों पर भर्ती नहीं की जा रही है।एक तरफ शासन द्वारा युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है तो वही दूसरी तरफ प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लोगों को भी रोजगार नहीं मिल पा रहा है।जिसके चलते युवा काफी परेशान है जो आए दिनों केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त कर प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को नियुक्ति दिए जाने की मांग कर रहे हैं। जिसकी एक झलक कलेक्टर कार्यालय में देखने को मिली।जहां उद्यानिकी विभाग विभाग से माली का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 2 दर्जन से अधिक युवाओं ने ज्ञापन सौंपकर जिले के सभी 2500 माली प्रशिक्षण प्राप्त हुए युवाओं को उद्यानिकी विभाग में नियुक्ति कर उन्हें रोजगार दिए जाने की मांग की है ।
प्रशिक्षण भी लिया परीक्षा भी उत्तीर्ण की पर नहीं मिली नियुक्ति
उक्त मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे युवाओं ने बताया कि संचालनालय उद्यानिकि खाद्य प्रसंस्करण भोपाल द्वारा 25 दिवसीय एंव आवासीय माली प्रशिक्षण का 28 अक्टूबर 2022 को विज्ञापन निकाला गया था।जिसमें हम सभी लोगो ने पँचमणी में माली का हर तरीके का प्रशिक्षण प्राप्त किया। उद्यानिकी विभाग द्वारा उसकी परीक्षा भी उत्तीर्ण की थी।संचालनालय उद्यानिकी खाद्य प्रसस्करण भोपाल के पत्र 17 नवंबर 2022 के अनुसार सभी लोगो को माली के पद पर रखा जाना था। लेकिन आज तक विभाग में भर्ती नहीं निकल गई है और आज भी हम दर-दर की ठोकने खाने के लिए मजबूर हैं।
32 वर्षो से माली पद पर नही निकली भर्ती
प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार युवाओं ने बताया कि उद्यानिकी विभाग में 300 से अधिक नर्सरीया संचालित है जिनमें 32 सालो से किसी भी प्रकार से मालियो की भर्ती नही हुई जिनमें मालियों की संख्या बहुत कम है ।अगर प्रशिक्षित मालियो को नर्सरियो में नियुक्त किया जाए तो शिक्षीत बोरेजगार युवाओ को रोजगार मिलेगा एंव नर्सरीयो से अच्छा उत्पादन प्राप्त होगा जिसमें राजस्व की वृद्धि होगी और हम सभी लोग अपना जीवन यापन कर सकेगें।हमारी मांग है कि प्रशिक्षित मालियो को संचालनालय उद्यानिकी खाद प्रसस्करण विभाग के अन्तर्गत संचालित शासकीय नर्सरियो में नियुक्ति करने का आदेश प्रदान किया जाए।
प्रशिक्षण लेने में भी स्वयं का पैसा हुआ है खर्च- निकिता भगत
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कटंगी निवासी युवती निकिता भगत ने बताया कि शासन द्वारा माली प्रशिक्षण के लिए विज्ञापन निकाला गया था। जिसमें एक माह की ट्रेनिंग के बाद प्रशिक्षित मालियों की भर्ती किए जाने की बात कही गई थी।जिस पर जिले के करीब 2500 युवाओं ने एक माह का प्रशिक्षण प्राप्त किया था।जिसमें से करीब 1200 युवाओं की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। यह ट्रेनिंग पंचमणी में आयोजित की गई थी। जहां ट्रेनिंग के दौरान शासन द्वारा किसी प्रकार का मानदेय या पैसा नहीं दिया गया स्वयं अपने खर्चे से यह ट्रेनिंग पूरी की गई है। ट्रेनिंग लेने के बाद हमने परीक्षा दी और परीक्षा में हम पास भी हो गए।लेकिन अब प्रशिक्षण कंप्लीट होने के बाद भी भर्ती नहीं निकाली जा रही है। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द मालियों की भर्ती निकालकर प्रशिक्षण प्राप्त मालियों की नियुक्ति की जाए।