प.धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में उतरे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे

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बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री के परसवाड़ा आगमन को लेकर लगातार विरोध देखा जा रहा है।जहा धीरेंद्र शास्त्री के आगमन को लेकर आयोजकों द्वारा पूर्ण तैयारी कर ली गई है तो वही आदिवासी संगठनों और कलार समाज संगठन पहले ही धीरेंद्र शास्त्री के आगमन का विरोध करने की बात कह चुका है। तो वहीं अब पूर्व सांसद कंकर मुंजारे भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में उतर आए हैं जहां उन्होंने शास्त्री के चमत्कारों को महज एक पाखंड बताते हुए इस आयोजन को बीजेपी और आरएसएस की सोची समझी रणनीति बताया है। जिन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के आगमन को लेकर 17 मई दिन बुधवार को परसवाड़ा में सर्व समाज के साथ बैठक कर धीरेंद्र शास्त्री के आगमन का विरोध करने की रणनीति बनाए जाने की बात कही है।जिन्होंने स्पष्ट किया है कि वे धीरेंद्र शास्त्री को परसवाड़ा क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे और उनके आगमन का पुरजोर विरोध किया जाएगा।जिसकी तमाम जानकारी उन्होंने रविवार को अपने निवास पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को दी

पेसा एक्ट लागू होने के बावजूद भी नहीं ली आदिवासी समाज से सहमति
आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने बताया कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री 23 और 24 मई को परसवाड़ा आ रहे हैं जिस की तैयारी जोरों पर चल रही है जगह-जगह उनके और मंत्री रामकिशोर कावरे के बैनर पोस्टर लगाए जा रहे हैं इससे जिले का माहौल बिगड़ रहा है। धीरेंद्र शास्त्री ने कलार समाज के आराध्य देव के बारे में अभद्र टिप्पणी की है जिसका कलार समाज विरोध कर रहा है वही आदिवासी क्षेत्र परसवाड़ा के गाँव में उनकी कथा करने की बात कह रहे हैं जबकि वहां पर पैसा एक्ट लागू है वहां दूसरे धर्म का प्रचार प्रसार बिना सामाजिक बंधु की सहमति से नहीं कराया जा सकते। लेकिन आदिवासी समाज से उन्होंने कोई सहमति नहीं ली और मन मुताबिक दूसरे धर्म का प्रचार करने के लिए बड़ा आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरी व्यवस्था प्रशासनिक तौर पर बनाई जा रही है कलेक्टर एसपी समेत अन्य अधिकारी उनके आगमन को लेकर व्यवस्था बनाने में लगे हैं हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। आदिवासी जो मूल निवासी है उन्हें वनवासी बनाने का षड्यंत्र भाजपा और आरएसएस द्वारा किया जा रहा है।आदिवासियों की छाती पर लात रखकर दूसरे धर्म का प्रचार पसार करने का यह षड्यंत्र है।धीरेंद्र शास्त्री बोलते हैं कि उन्हें हनुमान की सिद्धि प्राप्त है वे पर्ची निकाल कर लोगों का भविष्य बता सकते हैं यह पूरी तरह झूठ है ,फरेब है उनमें कोई चमत्कार नहीं है। उनके आगमन का जगह-जगह विरोध किया जाएगा उसके लिए हम बुधवार 17 मई को परसवाड़ा में एक आम सभा लेंगे जिसमें सर्व समाज के लोगों को बुलाया जाएगा उसी बैठक में पंडित धीरेद्र शास्त्री के विरोध की रणनीति तैयार की जाएगी

चुनाव जीतने के लिए यह बीजेपी का षड्यंत्र है
श्री मुंजारे ने बताया कि चुनाव जीतने के लिए यह बीजेपी का षड्यंत्र है बीजेपी नए-नए हथकंडे अपना रही हैं पंडित धीरेंद्र शास्त्री को बागेश्वर धाम सरकार बोल रहे हैं जबकि एमपी में अपनी खुद की सरकार है फिर भी धीरेंद्र शास्त्री को सरकार कह कर संबोधित किया जा रहा है वह कोई चमत्कारी नहीं है अगर धीरेंद्र शास्त्री भविष्य जानते हैं तो उन्हें बताना चाहिए की पन्ना में हीरा कहां कहां है पहले 65 साल शासन करने वाली सरकार ने महज 55 लाख करोड़ का कर्ज लिया था जब से मोदी सरकार आई है इन 8 वर्षों में 85 लाख करोड़ का कर्ज सरकार पर हो गया है उसी प्रकार मध्य प्रदेश सरकार भी आए दिनों कर्ज लेकर प्रदेश को कर्जदार बना रही हैं। अगर बागेश्वर महाराज में शक्ति है तो महंगाई बेरोजगारी और इस कर्ज को खत्म कर दें। ये लोग अंधविश्वास में धकेल रहे हैं हम 23 और 24 को आदिवासी और कलार समाज के लोगों को लेकर धीरेंद्र शास्त्री के आगमन का विरोध करेंगे उन्हें परसवाड़ा क्षेत्र में घुसने नहीं नहीं देंगे उन्हें पाखंड फैलाने नहीं देंगे। हमारा विरोध हमेशा रहेगा। अगर उन्हें कथा कराना है तो वह भोपाल में कराएं बालाघाट में क्यों करा रहे हैं यहां का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है

धीरेंद्र शास्त्री ने सरकारी जमीनों पर किया है कब्जा
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री झूठे और फरेबी है उनके गांव में मरघट की जमीन और सरकारी तालाब की जमीन पर उन्होंने कब्जा किया हुआ है । सरकारी भूमि पर अपना आश्रम बनाया है वह पार्किंग और दुकानों के नाम पर लूट मचा रखी है उनके भाई को ही पार्किंग का ठेका है वहां जो दुकानें लगाई गई है वहां पहुंचने वाले लोगों को इनका 51 हजार का श्री यंत्र खरीदना अनिवार्य है और वह बोलते हैं कि वह निशुल्क कथा कराते हैं मुजफ्फरनगर की एक महिला बीमार थी जो उसे 1 महीने तक परिक्रमा कराते रहे आखिर वह मर गई अभी नागपुर में धीरेंद्र शास्त्री गए थे। वहां एक संस्था ने 10 लोगों का नाम व भविष्य बताने की बात कही जिस पर उन्होंने 30 लाख का इनाम देने की घोषणा की थी। वह सुनते ही धीरेंद्र शास्त्री वहां से भाग गए।उनके भाई ने एक विवाह समारोह में इस बात को लेकर लोगों को डराया धमकाया कि उन्होंने आश्रम में शादी क्यों नहीं की, उनके आश्रम से 30 से 40 लोग गयाब है उनका आज तक पता नहीं चल पाया। धीरेंद्र शास्त्री अपने चमत्कार से उनका पता क्यो नही लगा सकते। क्योंकि यह सब तारीफ है उनका आयोजन यहां नहीं होने दिया जाएगा।

आयोजन पर खर्च की जा रही किसानों के मुआवजे की राशि
श्री मंजारे में आगे के बताया कि परसवाड़ा क्षेत्र में इस वर्ष अधिक अतिवृष्टि और ओलावृष्टि हुई है किसानों की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान उसी क्षेत्र में हुआ है लेकिन आज तक सरकार ने उन्हें मुआवजा नहीं दिया। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि 1 हेक्टेयर के 32 हजार रु मुआवजे के तौर पर किसानों को दिए जाएंगे ।लेकिन उस क्षेत्र के किसानों की हालत देखने मंत्री रामकिशोर कावरे नहीं गए ।फसल को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार ने नहीं कि, महज 5-5 हजार रु किसानों के खाते में मुआवजे के तौर पर डाला गया है और बाकी पैसा बागेश्वर धाम महाराज के आगमन पर खर्च किया जा रहा है। तहसीलदार और एसडीएम को भी चुप रहने का दबाव बनाया गया है और तमाम तरह की व्यवस्था प्रशासनिक कर्मचारी कर रहे हैं इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। मंत्री रामकिशोर कावरे ने ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का अब तक निरीक्षण नहीं किया है किसानों की समस्याएं नहीं सुनी हैं उनके घर के आसपास गांव में जुआ सट्टा चल रहा है।वहां अवैध रूप से शराब बेची जा रही है उसको तक मंत्री नहीं रोक पा रहे हैं।

बीजेपी का काउंटडाउन शुरू हो गया है
कर्नाटक चुनाव को लेकर की गई चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई है। जिसकी उन्हें खुशी है। कांग्रेस ने वहां काबिले तारीफ जीत हासिल की है और भाजपा की ताबूत में कील ठोकने का काम किया है। अब भारतीय जनता पार्टी का काउंटडाउन शुरू हो गया है ।हनुमान जी भी खराब लोगों के साथ नहीं रहते जो अच्छा काम करेगा नेक काम करेगा उसका साथ हनुमानजी देते हैं यह कर्नाटक के चुनाव में देखने को मिला है।

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