फलोराईड युक्त पानी पीने मजबूर सावंगी वासी

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 ग्राम पंचायत सावंगी में आज भी लोग फलोराईड़ य़़क्त पानी को पीने मजबूर है। ग्राम में जो वर्तमान समय में पानी की सप्लाई हो रही है उससे ग्रामीणजन असंतुष्ठ दिखाईे दे रहे है। ग्रामीणजनों का साफ तौर पर कहना है कि वे दूर दराज जहां पानी साफ है उस स्थान से मीठा पानी लाकर अपनी प्यास बुझा रहे है। यह समस्या काफी लंबे वर्षो से बनी हुई है जिसका निदान कोई नही कर पा रहा है। ऐसे में हमारे ग्राम पंचायत सावंगी में पानी की समस्या यथावत बनी हुई है। हालांकि हमारे ग्राम पंचायत में नल जल योजना की टंकी बनकर तैयार हो चुकी है मगर यह टंकीअभी तक प्रारंभ नही हुई है। बीते कुछ माह पूर्व टंकी ेसे हमे पानी सप्लाई भी हुआ जिसका पानी ठीक लगा लेकिन पंचायत चुनाव निपटने के बाद यह टंकी की पानी सप्लाई बंद कर दी गई। जिसके पीछे का कारण नल जल योजना के तहत होने वाले लाईन विस्तार को बताया गया। वर्तमान में गर्मी का मौसम प्रारंभ है ऐसे में हम लोग फलोराईड़ युक्त पानी पीने मजबूर है। जिससे बच्चे व हम जैसे बड़े बुर्जुग गले की समस्या से जूझ रहे ह।

पानी की समस्या से काफी वर्ष से जूझ रहे – दीपक

पद्मेश को जानकारी देते हुये  बाबा उर्फ दीपक ठाकरे ने बताया कि यह समस्या काफी पुरानी है। हम लोग इस समस्या से काफी लंबे समय से जूझ रहे है।  बारह मासी ही हमारे ग्राम में पानी की समस्या बनी रहती है जो पानी हमारे द्वार पर आता है वो पीने लायक नही है, क्योकि यह फलोराईड़ युक्त पानी है। हम लोग लगातार इस बात को लेकर लगातार पीएचई विभाग से अनुरोध कर रहे है। मगर विभाग द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। ऐसे में हम लोग करीब दो से ढ़ाई किलोमीटर की दूरी से पानी लाने मजबूर हो गये है। श्री ठाकरे ने बताया कि फलोराईड़ पानी पीने से हम सबको को गले में परेशानी होती है जिसकी वजह से हम लोग आर ओ का पानी वारासिवनी से बुलाते है। जरे लोग इस खर्च का वहन नही कर पाते वे लोग ही हेडपंप के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे है।

कई बार की गई १८१ में शिकायत – अशोक

इसी तरह अशोक वर्मन ने पद्मेश को बताया कि उनके द्वारा कई बार मुख्यमंत्री शिकायत ऑन लाईन १८१ में शिकायत की गई। मगर इस शिकायत का निराकरण नही हुआ। वर्तमान समय में हमारी ग्राम पंचायत सावंगी में पानी की काफी समस्या है। नल जल योजना गनकर तैयार है मगर उसे पूर्ण रूप सेेे प्रारंभ नही किया गया है। ऐसे में लोगो को हेडपंप के पानी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। मगर ग्राम के सभी हेडपंप दूषित पानी उगल रहे है जो पीने लायक नही है। फिर भी ग्रामीणजन इसी पानी का उपयोग कर रहे है। हम चाहते है कि पीएचई विभाग इस और ध्यान दे व क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत में शुमार सावंगी पंचायत का उध्दार करे।

दूषित पानी पीने से स्वास्थ पर पड़ रहा प्रभाव – गजेन्द्र

इसी तरह गजेन्द्र कावरे ने पद्मेश को बताया कि हम लोग इस समस्या से अभी से नही बीते हमारे जन्म के पूर्व से जूझ रहे है। हमारा यह जो पानी हेडपंप से आ रहा है वो खारा होने के साथ ही पीने योग्य नही है। मगर हमे मजबूरी वश इस पानी को पीना पड़ रहा है। हमारे यहां जितने भी बोर हुये है सभी बोर में खारा पानी निकल रहा है। बड़ी मुश्किल से जहां मीठा पानी मिला है उस ही के बोर से नल जल योजना की शुरूवात की गई है। मगर टंकी बनकर तैयार होने के बाद भी इस योजना को प्रारंभ नही किया गया है। हमे उम्मीद थी कि नल जल योजना ग्रीष्म मौसम में प्रारंभ हो जायेगी मगर ऐसा हो न सका। जिसके चलते हम फलोरिड़ युक्त पानी पीने मजबूर है। जिसकी वजह से हमारे स्वास्थ पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है।

२ दिन के भीतर प्रारंभ हो जायेगी नल जल योजना – एसडीओं

इस मामले में पद्मेश को दूरभाष पर जानकारी देते हुये पीएचई विभाग के एसडीओ प्रकाश सूर्यवंशी ने बताया कि हम लोग भी सावंगी ग्राम पंचायत में पानी की समस्या को लेकर अलर्ट है। मगर जहां जहां बोर खोदे गये है वहां फलोरिड़ युक्त पानी जॉच के दौरान सामने नही आया हे। हम  लोग दो दिवस के भीतर ही इस नल जल योजना को प्रारंभ करने जा रहे है। हमने विद्युत मंडल से विद्युत पोल लगाने की स्वीकृति भी पूर्व समय ले चुकी है वही पोल मौके पर गिर चुके है। जिन्नके खड़े होते ही हम नल जल योजना प्रारंभ कर देंगे और लोगो  को शुध्द पानी मिलना प्रारंभ हो जायेगा।

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