फिर भटेरा चौकी पंप हाउस गली में अज्ञात चोरों ने बनाया सूने मकान को अपना निशाना ,5 हजार रूपये नगद लेकर फरार हुई अज्ञात चोर

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भले ही पुलिस चोरी का खुलासा कर रही हो, किंतु शहर में चोरी की वारदात रुकने का नाम नहीं ले रही है, अब इसे पुलिस की नाकामी कहे या चोरों के द्वारा पुलिस के साथ आंख मिचोली का खेल कहे, लगातार भटेरा चौकी स्थित वार्ड नंबर 2 में चोरी की वारदातें रुकने का नाम ही नहीं ले रही है, बीती रात फिर अज्ञात चोरों ने एक सूने मकान को निशाना बनाते हुए नगद पार किया और आहट पाते ही चोर भाग खड़े हुए हालांकि बताया जा रहा है कि चोरों द्वारा महज कुछ हजारों की चोरी ही करके भाग खड़े हुए अन्यथा भटेरा चौकी में एक बड़ी चोरी की वारदात घटित हो सकती थी कोतवाली सहित बालाघाट पुलिस अनुभागीय क्षेत्र में चोरी और चोरी के प्रयासों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात करीब दो से ढाई बजे के बीच कोतवाली थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक-दो पंप हाउस गली में रहने वाले आशीष पिता नंदलाल मिश्रा के सूने घर का अज्ञात चोरों ने ताला तोड़ दिया। गनीमत रही कि चोरों को नकदी 5 हजार रूपये ही पार किये और जहाँ जेवर रखे थे वहा का ताला तोड़ा ही था की आहट पा कर चोर भाग गये । बता दें कि आशीष मिश्रा पेशे से पत्रकार हैं और अपने पिता और बड़े भाई मनीष मिश्रा के साथ रहते हैं। जानकारी के अनुसार, आशीष मिश्रा शनिवार को सतना में थे। जबकि उनके पिता नंदलाल रामपायली में थे। आशीष मिश्रा के घर के बगल में रहने वाले उनकी भाभी मंजू मिश्रा ने रात में चोरों की आहट सुनी और शोर मचाया। पकड़े जाने के डर से अज्ञात चोर भाग निकले। आशीष मिश्रा ने बताया कि उन्हें सुबह फोन पर चोरी की सूचना मिली थी। शहर में रात्रि गश्त को और बढ़ाने की जरूरत है ताकि चोरों या असामाजिक प्रवृत्ति के लोगों में पुलिस व कानून का डर हो। शहर में लगातार हो रही चोरी की वारदातों ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। स्वजनों की सूचना पर रविवार सुबह पुलिस ने मौका स्थल पहुंचकर बारीकी से जांच की और मामले को जांच में लिया है। हालांकि, जानकारी सामने आ रही है कि चोरों ने घर में रखे पांच हजार रुपये नकदी चुराए हैं, इस महीने चोरी व चोरी के प्रयास का यह संभवत: छठवां मामला है।

अलमारी में 5 हजार रुपए नगद रखे हुए थे – मंजूलता मिश्रा

मंजूलता मिश्रा बताती है कि जब वह सुबह सोकर उठे तो वह हर दिन की तरह 25 फरवरी को भी मकान को चेक करने के लिए गयी तो उन्होंने देखा कि मकान का ताला टुटा हुआ है जबकि वह बीच में चोरी होने की वजह से वह अधिकतर सतर्क ही रहती हैं ,और घर पर कोई नहीं था तो वह हर दिन घर को चेक करते ही रहती हैं ,और उन्होंने देखा कि घर का पर्दा खुला हुआ है और उन्होंने अपने बेटे को उठाया और अंदर देखा तो दरवाजा खुला था और अलमारी से पूरे कपड़े बिखरे पड़े थे और जब उन्होंने अपने परिजनों से फोन कॉल पर बात की तो पता चला की अलमारी में 5000 रुपए नगद रखे हुए थे संभव तो अज्ञात चोर उन्हें ही उड़ा ले गए और फिर भी अभी यह क्लियर नहीं कहा जा सकता कि क्या-क्या चोरी गया है जब उनके परिजन आ जाएंगे तभी क्लियर हो पाएगा कि अंदर से क्या-क्या गया है उन्होंने बताया कि वह रात्रि में डेढ़ से 2:00 बजे तक घर पर ही जग ही रहे थे उसके बाद 3:00 बजे रात्रि में कुछ आहट पाकर वह जाग गई और उनके जागने की वजह से अज्ञात चोरों को घर पर हलचल सुनाई दी हो होगी जिस वजह से चोर भाग गए, उन्होंने पुलिस प्रशासन से यह मांग की है कि उनके वार्ड में पुलिस की गस्त रात में होनी चाहिए जबकि उनके वार्ड में पुलिस रात्रि में गस्त करने नहीं आती है

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