देश में एक शख्स ने फ्लाइट में यात्रियों के सामान से एक करोड़ से भी ज्यादा रुपयों की चोरी की है। यह शख्स चोरी के खासतौर पर ऐसे बुजुर्गों को निशाना बनाता था, जिन्हें चलने में परेशानी होती थी और फ्लाइट में पहले चढ़ने की परमीशन दी जाती थी। इस शख्स का नाम राजेश कपूर है। पहाड़गंज निवासी राजेश कपूर अलग-अलग भारतीय फ्लाइट्स में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। राजेश चोरी करने के लिए ऐसे बुजुर्गों के साथ विमान में चढ़ जाता था, जिन्हें चलने में परेशानी होती थी और उन्हें पहले चढ़ने की अनुमति मिली होती थी। राजेश फ्लाइट में चढ़ जाता और जब वह अपनी सीट पर सामान रखने में लगे होते थे, तभी वह जल्दी से उनका सामान खोलकर कीमती चीजें चुरा लेता था। ऐसा उसने कई बार किया और लाखों रुपयों का सामान चुरा लिया। अब वह पकड़ में आया है। दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि वह करीब 200 फ्लाइट्स में यात्रा कर चुका है। चोरी के लिए उसने कई बार अपने मृत भाइयों के पहचान पत्र और फोन नंबर का इस्तेमाल किया था।
इस तरह पकड़ा गया
राजेश कपूर 11 अप्रैल तक अलग-अलग उड़ानों में ऐसे ही चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। इस दौरान हैदराबाद से दिल्ली जा रही एक महिला ने पुलिस से शिकायत की कि उसके हैंडबैग से 7 लाख रुपये के गहने चोरी हो गए हैं। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जांच की। इससे पहले 2 फरवरी को एक दूसरे यात्री ने भी पुलिस में शिकायत की थी कि उसका 20 लाख रुपये के कीमती सामान गायब हो गए हैं। पुलिस ने जांच के बाद उसे 13 मई को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस एयरपोर्ट सुरक्षा कैमरों, एयरलाइन डेटा और कॉल रिकॉर्ड की मदद से उसे पकड़ने में कामयाब रही है।
ऐसे हुआ शक
रिपोर्ट के मुताबिक, राजेश ने अकेले एक साल में कम से कम 200 से ज्यादा उड़ानें भरी थीं। उसने कई बार अपने मृत भाइयों के क्रेडेंशियल और फ़ोन नंबर का इस्तेमाल करके एक दिन में कई बार सफर किया था। वह अपना फ़ोन बंद रखता था, कभी-कभार ही उसे चालू करता था। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, अगर राजेश ने अपने टिकट के लिए औसतन 7,500 रुपये का भुगतान किया है, तो उसने इन 200 उड़ानों पर करीब 15 लाख रुपये खर्च किए होंगे, लेकिन चोरी के सिर्फ़ चार मामलों में उसे जो रिटर्न मिला है, वह लगभग 1 करोड़ रुपये है।