नगर मुख्यालय से लगभग ४ किमी. दूर बकोड़ा से खारी पहुंच मार्ग की हालत बद से बदत्तर हो चुकी है साथ ही नहर के ऊपर बना पुलिया भी क्षतिग्रस्त होने के साथ ही पुल के दोनों ओर लगे एंगल भी गायब हो चुका है एवं मार्ग खराब होने के कारण आवागमन करने वाले ग्रामीणजनों, कृषकों व स्कूली ब’चों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एवं क’चा मार्ग होने के कारण बरसात के दिनों में उक्त मार्ग से पैदल चलना दूभर सा हो जाता है। जबकि इस मार्ग से खारी, खिर्र्री, मुरझड़ सहित अन्य ग्रामों के ग्रामीणजनों को वारासिवनी, बालाघाट, कटंगी जाना होता है तो इसी मार्ग का उपयोग अधिक करते है और वर्तमान में कृषि उपज मंडी में धान खरीदी कार्य जारी है एवं खारी के ग्रामीणजनों की धान भी बकोड़ा स्थित कृषि उपज मंडी में मिरेगांव सेवा सहकारी समिति के द्वारा खरीदी की जा रही है परन्तु सड़क खराब होने के कारण ३ किमी. अधिक दूरी तय कर बेलगांव होते हुए किसानों को धान लाना पड़ रहा है तो वहीं राहगीरों को मानपुर होते हुए आना-जाना करना पड़ रहा है साथ ही मार्ग के खस्ताहाल होने के कारण छोटी-मोटी दुर्घटनाएं भी घटित होते रहती है। ग्रामीणजनों ने शासन-प्रशासन से बकोड़ा कृषि उपज मंडी से खारी पहुंच मार्ग ३ किमी. तक डामरीकरण सड़क निर्माण किये जाने एवं ढूटी वीयर वैनगंगा बड़ी नहर बकोड़ा व खारी के बीच बने क्षतिग्रस्त पुल का मरम्मत कार्य करवाये जाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि कृषि उपज मंडी बकोड़ा तक सीसी सड़क का निर्माण हो चुका है उसके बाद करीब ३ किमी. की सड़क खराब हो चुकी है एवं जगह-जगह गड्डे भी हो चुके है जिसके कारण आने-जाने में बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है साथ ही यह भी बताया कि बकोड़ा व खारी के बीच से गुजरी ढूटी वीयर बड़ी नहर के बीच में पुर्व में बना पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुका है जिसके कारण आने-जाने में खासा परेशानी हो रही है एवं आवागमन करते समय दुर्घटना घटित होने का अंदेशा बना हुआ है और मांग का निर्माण व क्षतिग्रस्त पुलिया का मरम्मत कार्य करवाये जाने की मांग ग्रामीणजनों के द्वारा कई बार शासन-प्रशासन से कर चुके है परन्तु कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे ग्रामीणजनों में आक्रोश व्याप्त है। साथ ही यह भी बताया कि यह मार्ग बकोड़ा से सीधे खारी की ओर जाती है और दोनों ग्रामों के किसानों की खेती भी इसी मार्ग के आसपास है एवं सभी का आना-जाना होता है परन्तु मार्ग खराब होने के कारण सबसे अधिक बरसात के दिनों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि ३ किमी. की सड़क का निर्माण बरसात के पूर्व किया जाये ताकि आने-जाने में हो रही परेशानियों से निजात मिल सके।