शहर के गुजराती समाज वाड़ी विवेकानंद कॉलोनी क्षेत्र में जलभराव की समस्या से स्थानीय जनों को वर्षों से निजात नहीं मिल पा रहा है नतीजा नौनिहालों के लिए संचालित बचपन प्ले स्कूल के सामने मंगलवार को सडक़ पर तालाब जैसा नजारा दिखाई दिया। मंगलवार की सुबह से हो रही बारिश की वजह से बचपन प्ले स्कूल के सामने वाली सडक़ पूरी तरह तालाब में तब्दील हो गई सुबह 9 बजे जब परिजन अपने बच्चों को स्कूल छोडऩे पहुंचे तो उनके सामने बड़ी असमंजस की स्थिति निर्मित हो गई कि स्कूल तक कैसे पहुंचा जाए।
यूनिफॉर्म होती है खराब- महेंद्र
हमने जब किस विषय पर बच्चों के परिजनों से चर्चा की तो एक बच्चे के परिजन महेंद्र खर्राटे ने बताया कि उनके बच्चे इस स्कूल में पढ़ाई करते हैं बारिश के मौसम में जलभराव के कारण स्कूल तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है जैसे तैसे स्कूल के भीतर पहुंच भी जाएं तो यूनिफॉर्म खराब होने का डर पूरे समय सताते रहता है।
ड्रेनेज सिस्टम नहीं- हेमा पटेल
बचपन प्ले स्कूल के प्रिंसिपल हेमा पटेल बताती है कि कई वर्षों से उनका स्कूल इसी स्थान पर संचालित हो रहा है हर वर्ष बारिश के दौरान जलभराव की समस्या होती है। इसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि सडक़ पर प्रॉपर पानी निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था नहीं है इसलिए जलभराव के कारण सडक़ पर गड्ढे पड़ गए हैं थोड़ी सी बारिश में इस सडक़ से निकलना मुश्किल हो जाता है।
250 बच्चों की परेशानी- सोनल जेठवा
विवेकानंद कॉलोनी के स्थानीय निवासी और बचपन प्ले स्कूल की संचालिका सोनल जेठवा बताती है कि स्कूल में लगभग ढाई सौ बच्चे पढ़ाई करते हैं बच्चे छोटे हैं इसलिए अधिकांश बच्चे अपने पेरेंट्स के साथ ही स्कूल आते हैं। इस कारण पेरेंट्स बच्चे और विवेकानंद कॉलोनी के लोग भी जलभराव की वजह से परेशान है। इसका सबसे बड़ा टेक्निकल रीजन यही है की नाली की ऊंचाई मापदंड के अनुसार नहीं बनी है। नतीजा बारिश होने पर पानी बाहर नही जाता है।
जनप्रतिनिधि-अधिकारी आते हंै
आपको बता दें कि बचपन प्ले स्कूल में जिला प्रशासन के आला अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के साथ ही व्यापारियों और न जाने कितने लोगों के बच्चे पढ़ाई करते हैं और इनमें से अधिकांश लोग अपने बच्चों को स्कूल छोडऩे वह लेने भी आते हैं। इस दौरान यह लोग भी इस जलभराव की समस्या से परेशान होते हैं, या कहे कि पहले भी परेशान हो चुके है, बावजूद इसके ना ही कोई प्रशासनिक अमला ध्यान दे रहा है ना ही कोई जनप्रतिनिधि। नतीजा विवेकानंद कॉलोनी और बचपन प्ले स्कूल के नौनिहालों के लिए यह समस्या वर्षों पुरानी बीमारी की तरह हो चुकी है।