कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर ग्राम पंचायत कायदी अंर्तगत आने वाले बनियाटोला के धम्म शिखर सध्दम प्रचार समिति कायदी वारासिवनी के तत्वाधान मे २७ नवंबर की प्रात: ९ बजे से कार्तिक पूर्णिमा विश्व शांति बौध्द महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथी के रूप मे पूज्य भदन्त धम्म शिखर जी, विशेष अतिथी पूज्य भदन्त नागसेन महास्थवीर जी भंडारा, पूज्य भंतेजी सम्पजानव, पूज्ये भंतेजी दीठ्ठी विसुध्दी जी रहे वही महोत्सव की अध्यक्षता आयुष्मति वंदना स्वराज बारमाटे धम्म शिखर कायदी ने की। इस अवसर पर स्वास्थ शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमे डॉ. ज्योति रंगारी बोरकर, डॉ. राहुल बोरकर, डॉ. सोनाली रावतकर, डॉ. प्रदीप मेश्राम, डॉ. स्वप्रिल खोंगल के द्वारा बच्चे, जवान व बुर्जर्गो का सदी, खांसी बुखार जैसे रोगो का उपचार किया गया।
पहाड़ी पर विराजमान तथागत की बौध्द अनुनायियो ने की पूजा वंदना
गौरतलब है कि कार्तिक पूर्णिमा मे आहूत होने वाले विश्व शांति महोत्सव का आयोजन विगत २३ वर्ष से किया जा रहा है। इसमे वारासिवनी ही नही पूरे जिले के बौध्द अनुनायी आते है। पहाड़ी मे स्थित तथागत गौतम बुध्द की प्रतिमा के समक्ष अपने रिति रिवाज अनुसार पूजा वंदना की जाती है। इस मर्तबा भी भारी संख्या मे बौध्द अनुनायी सध्दम प्रचार केन्द्र पहुॅचे और अपनी इस परम्परा का निर्वाहन किया।
हम लोगो को हजारो वष की गुलामी से बाबा साहेब ने मुक्त कराया- पूज्य भदन्द धम्म शिखर
इस अवसर पर महोत्सव के मुख्य अतिथी पूज्य भदन्त धम्म शिखर जी ने अपने विचार प्रकट किये और कहा कि हम लोग हजारो वर्षो से गुलामी की जंजीरो से बंधे थे। हमे कपड़े पहनने तक का अधिकार नही था। हम लोग कब्र खोदकर मृत शरीर से कफन निकालकर पहनते थे। इस गुलामी की जंजीर को भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ने तोड़ा और हमे हमारे मूलभूत अधिकार दिलाये। हमारे समाज ने कभी विपश्यना व ध्यान का विरोध नही किया। जिसे लगेगा वो ध्यान करे और विपश्यना करे हमने कभी विरोध नही किया बल्कि हम तो ऐसा कहते है कि किसी के ऊपर यह सब मानने का दबाव भी नही डालना चाहिये। डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ने हमारे समाज के उत्थान के लिये इतने सामाजिक कार्य किये है जिससे सामाजिक कुरूतिया मिटी है। हम सभी बौध्द अनुनायियो को उनके बताये हुये मार्ग पर चलकर समाज का और अधिक उत्थान करना चाहिये। विश्व शांति की इस मंगल कामना को सार्थक करने एवं बोधिसत्व परम पूज्य बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर की धम्म शांति को सफल बनाने के पवित्र उद्ेश्य को लेकर धम्म शिखर का प्रचार प्रसार करना है।
२३ वर्ष से हो रहा महोत्सव का आयोजन – संजय खोब्रागड़े
इस अवसर पर धम्म शिखर प्रचार केन्द्र कायदी के उपाध्यक्ष अधिवक्ता संजय खोब्रागड़े ने पद्मेश को बताया कि यह महोत्सव धम्म शिखर सध्दम प्रचार केन्द्र के नाम से जाना जाता है विगत २३ वर्ष से इस महोत्सव का आयोजन बनियाटोला की पहाड़ी के नीचे होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन शांति दुत तथागत सम्यक सम बुध्द द्वारा ६० भिक्षु जिन्हे ज्ञान प्राप्त हुआ था उन्हे प्रथम दल के रूप मे जो धम्म से खूब पककर अर्हत अवस्था प्राप्त कर चुके थे उन्हे विभिन्न दिशाओ मे प्रस्थान करवाया गया था। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही तथागत गौतम बुध्द का जन्म हुआ था वही आज ही के दिन उनका महापरिनिर्वाण भी हुआ। यह जिले का ऐसा एक मात्र सध्दम प्रचार केन्द्र है जहा कार्तिक पूर्णिमा पर महोत्सव का आयोजन होता है। जिसमे दूर दूर से लोग धम्म उपदेशना का ज्ञान अर्जित करने आते है।
आचार सहिंता के चलते प्रशासन ने दी शाम ६ बजे तक की अनुमति
श्री खोब्रागड़े ने बताया कि आचार सहिंता के कारण हमे प्रशासन ने सिर्फ ६ बजे शाम तक का समय दिया है। इसलिये धम्म देशना के बाद सीधे भोजनदान होगा वही हमारे द्वारा आयोजित अन्य कार्यक्रम नही हो पायेंगे। उन्होने बताया कि इस महोत्सव मे करीब १० हजार बौध्द अनुनायी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर पहाड़ी मे स्थापित तथागत गौतम बुध्द की प्रतिमा के समक्ष पूजा वंदना करते है वही महोत्सव समिति द्वारा अनेक प्रकार के स्टॉल लगाये जाते है जिसमे बाबा साहेब की साहित्य पुस्तके व स्वास्थ शिविर भी शामिल है।
इन बौध्द समिति का रहा महोत्सव को सफल बनाने मे योगदान
बहरहाल महोत्सव को सफल बनाने मे कोषाध्यक्ष स्वराज बारमाटे, सयॅुक्त सचिव अनिल गजभिये, सदस्य गण अखिलेश मेश्राम, सचिव दीपांकर पाटिल सहित जिला बौध्द बालाघाट संघ बालाघाट, दी बुध्दिष्ट सोसायटी बालाघाट, भीम आर्मी बालाघाट,महामाया बौध्द समिति वार्ड नं.१ वारासिवनी, रमाताई बौध्द विहार वार्ड नं.४, पंचशील बौध्द विहार वार्ड नं.९ वारासिवनी, बौध्द समिति झालीवाड़ा, बौध्द समिति खैरलांजी, सुजाता महिला मंडल वारा, बौध्द समिति कायदी, सर्केल बौध्द समिति आलेझरी, सर्कल बौध्द समिति रजेगॉव, सर्कल बौध्द समिति बनियाटोला, बौध्द समिति भरवेली, बौध्द समिति बैहर, बौध्द समिति किरनापुर, बौध्द समिति लालबर्रा, बौध्द समिति लांजी, सार्वजनिक फूले अंबेडकर जयंती समारोह समिति बालाघाट, सार्वजनिक फूले अंबेडकर जयंती समारोह समिति बालाघाट, सार्वजनिक फूले अंबेडकर जयंती समारोह समिति वारासिवनी, डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर जयंती समारोह समिति कटंगी, प्रज्ञा दीप बुध्द विहार समिति कटंगी, प्रज्ञा दीप बुध्द विहार महिला मंडल समिति कटंगी के पदाधिकारी व सदस्यगणो का सराहनीय योगदान रहा।