नगर के बस स्टैंड में होने वाले विवाद और चोरियों पर लगाम लगाने की मंशा से बस स्टैंड में पुलिस सहायता केंद्र खोला गया था, जो पिछले 1 वर्ष से भी अधिक समय से बन्द है। जिसके कारण बसस्टैंड में विवाद एवं यात्रियों के साथ लूटखसोट जैसी घटनाएं होती रहती है।
आपको बताएं कि यहां पिछले 3 वर्ष पहले ही पुलिस सहायता केंद्र खोला गया था। कुछ माह तक उस पुलिस सहायता केंद्र में पुलिस कर्मियों की तैनाती रहती थी। उस दौरान बस स्टैंड में होने वाली घटनाओं में कमी आ गई थी लेकिन जैसे ही इस पुलिस चौकी में पुलिसकर्मियों की तैनाती बंद हो गई, बसस्टैंड में यात्रियों के सामानों की चोरी और पैसे छीनने जैसी घटनाएं कई बार सामने आई है। रविवार के दिन ही छेड़छाड़, सूत्रसेवा बस को रोकने और विवाद करने जैसी घटना भी हो चुकी है।
बस स्टैंड में सुबह से रात्रि तक रहने वाले एजेंटों का कहना है कि जिस प्रकार से यहां यात्रियों से पैसे छीनने और सामान चोरी करने जैसी घटनाएं हो रही है उसे देखते हुये पुलिस सहायता केंद्र में हर समय पुलिसकर्मियों की तैनाती रहना चाहिए
बस एजेंट एवं वहां व्यवसाय करने वाले लोगों का कहना है कि बसस्टैंड ऐसी जगह है जहां जिले भर के लोगों का आना होता है यहां होने वाले विवाद और चोरियों को देखते हुये यात्री असुरक्षित महसूस करते हैं।