मध्यप्रदेश में घोषणा के लंबे समय बाद मानसून क्वारैंटाइन से बाहर आ गया है। प्रदेश के 20 जिलों में मानसून फिर सक्रिय हो गया है। हालांकि इंदौर सहित मालवा-निमाड़ को अब भी बारिश का इंतजार है। इसी बीच एक राहतभरी बात यह है कि रविवार से शहर सहित अंचल में बारिश शुरू हो सकती है। जो तीन से चार दिनों तक लगातार रुक-रुक कर गिर सकती है। बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम ही पूर्वी की तरह पश्चिमी मप्र को भी भिगोने वाला है। मालवा-निमाड़ ही नहीं प्रदेश से सटे राजस्थान और गुजारत के भी जिले इससे भीगने वाले हैं। मौसम केंद्र के अनुसार अगले तीन से चार दिन इंदौर, भोपाल सहित पूरे प्रदेश में तेज बारिश के आसार हैं। फिलहाल करीब आधे मध्यप्रदेश में सामान्य से कम बारिश हुई है। 7 जिलों में तो जरूरत की आधी से भी कम बारिश हुई है।
मौसम एक्सपर्ट की माने तो पूर्वी मध्यप्रदेश में सक्रिय हुए मानसून को प्रदेश को कवर करने में एक-दो दिन लगेंगे। अब तक इंदौर में महज तीन इंच पानी गिरा है, जबकि इस वक्त तक कम से कम 8 इंच पानी गिर जाना था। पिछले साल इस वक्त तक 8 इंच बारिश हो चुकी थी। उधर, तापमान में भी बढ़ोतरी हो हो रही है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री दर्ज हुआ। यह सामान्य से एक डिग्री अधिक है। वहीं, न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री दर्ज हुआ। यह सामान्य से 2 डिग्री अधिक है।
मौसम एक्सपर्ट एचएल कपाड़िया की माने तो रविवार को इंदौर सहित मालवा-निमाड़ जमकर भीग सकता है। यहां पर 80 फीसदी बारिश होने की संभावना है। बारिश दो से ढाई इंच तक हो सकती है। इतना ही नहीं अगले कुछ दिन इसी प्रकार के रहने वाले हैं। अच्छी बात यह है कि जबलपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा सहित प्रदेश के पूर्वी जिलों में अच्छी बारिश हो रही है। यही बारिश आगे बढ़कर भोपाल, देवास होते हुए इंदौर में प्रवेश करने जा रही है। हवा की गति भी कल से कुछ कम हुई है। ऐसे में संभावना है कि हवा और धीमी होगी और बारिश शहर में थमकर बरसेगी। हालांकि अरब सागर में जो सिस्टम डेवलप हो रहा था। वह अब तक एक्टिव नहीं हो पाया है। यदि वह भी एक्टिव हो जाता तो मालवा-निमाड़ जमकर भिगता। कपाड़िया की माने तो मप्र का पश्चिमी क्षेत्र के साथ गुजरात और राजस्थान के सीमावर्ती जिले भी भीगने वाले हैं।
इसलिए नहीं बरस रहा पानी
मौसम विशेषज्ञ अजय कुमार शुक्ला के मुताबिक पूर्वी मप्र में बना मानसूनी सिस्टम इतना मजबूत नहीं है कि पूरे प्रदेश में एकदम से सक्रिय हो जाए। यह अभी पूर्वी हिस्से तक ही सीमित है। इसी वजह से मालवा-निमाड़ में बादल छाए हुए हैं, लेकिन बरस नहीं रहे। एक्सपर्ट की माने तो रविवार को इंदौर में अच्छी बारिश के संकेत हैं। एक-दो दिन तक बारिश होती रहेगी। हालांकि बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बन रहा है। यह 11 जुलाई से सक्रिय होने लगेगा। जब यह आगे बढ़ेगा तो इसकी वजह से बादल छाएंगे और तापमान कम रहेगा। बीच-बीच में बारिश होती रहेगी।
संभाग के 7 जिलों में कम बारिश
इंदौर संभाग में झाबुआ को छोड़ इंदौर, धार, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बड़वानी, आलीराजपुर जिले में 2 से लेकर 5 इंच तक पानी कम बरसा है। इन जिलों में भी अभी तक 3 से 4 इंच तक ही पानी गिरा।
इन जिलों में सामान्य से कम बारिश
छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, आलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, खंडवा, खरगोन, शिवपुरी, आगर, बालाघाट, चंबल संभाग।
यहां आधी से भी कम
दमोह, पन्ना, आलीराजपुर, भिंड, दतिया, मुरैना, श्योपुर।
आंकड़ों में इंदौर की बारिश
- 3 इंच बारिश हुई अब तक
- 8 इंच अब तक हो जाना थी
- 5 इंच औसत से कम बरसा पानी
- 1 दिन बाद अच्छी बारिश की संभावना