बालाघाट : आखिरकार 9 दिन बाद सुधारी गई एक्स-रे मशीन

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बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। लगभग 11 वर्ष पूर्व लाखों की लागत खर्च कर जिला अस्पताल में लगाई गई डिजिटल एक्सरे  मशीन का रीडर खराब हो जाने के चलते पिछले 9 दिनों से डिजिटल एक्सरे की सुविधा नहीं मिल पा रही थी जिसे इंजीनियर के आने के बाद दुरुस्त कर लिया गया है ।जिससे एक बार फिर से जिला अस्पताल में डिजिटल एक्सरे की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है बताया जा रहा है कि पिछले 9 दिनों से खराब हुए मशीन के रीडर को सुधारने के लिए एआईएम हेल्थ केयर सेंटर भोपाल से इंजीनियर रवि त्रिपाठी आए थे जिन्होंने 2 दिनों के भीतर इस मशीन को दुरुस्त किया है जिन्होंने जिला अस्पताल प्रबंधन से जल्द से जल्द एक्सरे मशीन की कैसेट को बदलने को कहा है बताया गया है कि एक्स-रे मशीन में लगी कैसेट की समयावधि पूरी हो चुकी है जिसके चलते समय समय पर रीडर खराब हो जाता है। आपको बताए कि पिछले 9 दिनों से एक्स रे मशीन का रीडर खराब हो जाने के चलते रोगियों को समय पर एक्स-रे रिपोर्ट नहीं मिल रही थी जिसके चलते उन्हें मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था वही ज्यादातर लोग तुरंत एक्स-रे रिपोर्ट के लिए निजी नर्सिंग होम में महंगा उपचार कराने के लिए मजबूर हो गए थे जिन्हें गुरुवार से जिला अस्पताल में ही डिजिटल एक्सरे की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है।


मशीन कितने दिनों तक काम करेगी गारंटी नहीं!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंजीनियर रवि त्रिपाठी ने भले ही डिजिटल एक्सरे मशीन के रीडर को सुधार दिया हो लेकिन यह मशीन कितने दिनों तक काम करेगी इसकी कोई गारंटी नहीं दी गई है बताया जा रहा है कि इस मशीन को सुधारने के लिए एक्सरे मशीन के कलपुर्जे को खोलकर उसे चेक करने के लिए सिवनी ले जाना पड़ा था जहां चेक कर कलपुर्जे पुन: जिला अस्पताल की मशीन में फिट किए गए जिसके बाद गुरुवार से मशीन पूर्व की तरह काम करना शुरू कर दिया है लेकिन डिजिटल एक्सरे  मशीन की कैसेट अब तक चेंज नहीं की गई है। अपना तय समय काफी पहले पूर्ण कर चुकी कैसेट के भरोसे डिजिटल एक्सरे की सुविधा कितने दिनों तक मिल पाएगी इसकी कोई गारंटी नहीं है।


अब तक एक्स-रे के लिए अपनाई जा रही थी पुरानी पद्धति
बताया जा रहा है कि पिछले 9 दिनों से जिला अस्पताल में लगी एक्सरे मशीन का रीडर खराब हो गया था जिसके चलते डिजिटल एक्स-रे रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो पा रही थी जिसको लेकर एक्स-रे कराने पहुंचने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था वही एक्स-रे कक्ष में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा पुरानी पद्धति अपनाकर एक्स-रे की रिपोर्ट दी जा रही थी इसके लिए एक्सरा लेने के बाद पुरानी पद्धति के आधार पर पानी में धोकर उसे सुखाकर फिल्म प्रिंट रिपोर्ट तैयार की जा रही थी जिसमें काफी लंबा समय लग रहा था। और समय पर लोगों को एक्स-रे की रिपोर्ट नहीं मिल पा रही थी

11 वर्ष पुरानी मशीन में हर माह आता है फॉल्ट
आपको बताएं कि जिला अस्पताल में लाखों रुपए की खर्च कर कंप्यूटराइज एक्सरे मशीन सिस्टम करीब 11 वर्ष पूर्व 10 अक्टूबर 2010 में लगाया गया था उस समय से लेकर आज तक इंटेक्सी फाइन स्कीन और उसमें लगने वाली कैसेट नहीं बदली गई है जिसके चलते लगभग हर माह मशीन में कुछ ना कुछ फाल्ट आता रहता है और मशीन ठीक से काम करना बंद कर देती है।पुरानी मशीन का समय समय पर मेंटेनेंस ना होने और अस्पताल प्रबंधन के उदासीन रवैया के चलते एक्स रे मशीन का बंद हो जाना कोई नई बात नहीं है बल्कि मशीन में अक्सर टेक्निकल फाल्ट आता रहता है बताया जा रहा है कि 2 माह के भीतर एक्स रे मशीन में 3 बार फाल्ट आ चुका है।जिसे हर बार सुधारने में हर बार लंबा समय लगा है।हर बार की तरह इस बार भी इस टेक्निकल फॉल्ट को जैसे-तैसे तो दूर कर लिया गया है लेकिन इसकी कैसेट अब तक नहीं बदली गई है जिसके चलते यहां मशीन कितने दिनों तक ठीक तरीके से काम करती रहेगी इसकी कोई गारंटी नहीं है बताया जा रहा है कि कैसेट बदलने के बाद शायद यह मशीन लंबे समय तक काम करती रहेगी।


कैसेट बदलने पर मिल सकती है बड़ी राहत
बात अगर जिला अस्पताल में लगाई गई एक्स रे मशीन की करें तो मशीन में लगी कैसेट की कैपेसिटी कबकी खत्म हो चुकी है बावजूद इसके भी इसे बदलने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।बताया जा रहा है कि एक्स रे मशीन की एक कैसेट, लगभग एक लाख एक्स-रे निकालती है जबकि जिला अस्पताल में लगी एक्सरे मशीन की कैसेट अब तक 2लाख से अधिक एक्स-रे निकाल चुकी है जिसके चलते इंटेक्सी फाइन स्किन आपस में चिपक रही थी, वही आए दिन मशीन में कुछ ना कुछ फाल्ट आता रहता है और मशीन ठीक से काम करना बंद कर देती है जिसे बदला जाना अतिआवश्यक हो गया है जिस पर अस्पताल प्रबंधन का कोई ध्यान नहीं है वर्तमान समय में इंजीनियर द्वारा अस्पताल प्रबंधन को एक बार फिर से मशीन में लगाई जाने वाली कैसेट को बदलने को कहा है अब देखना यह दिलचस्प रहेगा कि अस्पताल प्रबंधन इस कैसेट को कितने दिनों में बदलता है या कैसेट बदल पाती है या नहीं।


जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा कर दिया जाएगा- एके जैन
वहीं इस पूरे मामले संदर्भ में दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान सिविल सर्जन एके जैन ने बताया कि इंजीनियर द्वारा मशीन के फाल्ट को दुरुस्त कर दिया गया है मशीन ने पूर्व की तरह काम करना शुरू कर दिया है।मशीन में जो भी आवश्यक उपकरण की आवश्यकता होगी उसे पूरा कर दिया जाएगा।

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