शहीद भगत सिंह जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में सीजर के लिए मरीज के परिजनों से डॉक्टर द्वारा पैसे लेने के मामले को लेकर 17 अक्टूबर को पद्मेश न्यूज़ बालाघाट एक्सप्रेस द्वारा प्राथमिकता से खबर दिखाई गई थी खबर प्रकाशन के बाद जिले के कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा उक्त विषय को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंच जहा उन्होंने जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और पता किया कि क्या सही में जिला चिकित्सालय में आए मरीजो को ऑपरेशन करने के लिये पैसा देना पड़ रहा है इसमें जब मरीज के परिजनों द्वारा पैसे लेने की बात जनप्रतिनिधियों से कही गई तो उनके द्वारा इसकी शिकायत चिकित्सालय के सिविल सर्जन से की गई
आपको बता दे की शहीद भगत सिंह जिला चिकित्सालय बालाघाट में यह कोई पहला मामला नहीं है कि यहां पर डिलीवरी के लिए आए मरीज को ऑपरेशन के लिए पैसा देना पड़ रहा है यह काम जिला चिकित्सालय में लंबे समय से चल रहा है एवं इसकी जानकारी धीरे-धीरे सभी को है क्योंकि यहां आए मरीज के परिजन किसी की भी आज तक नामजद शिकायत नहीं करने की वजह से आज तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है
जिस कारण से यह काम लंबे समय से जिला चिकित्सालय में चल रहा है एवं 17 अक्टूबर को पद्मेश न्यूज़ बालाघाट एक्सप्रेस को इसकी जानकारी लगी तो हमारे द्वारा भी इस खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित की गई जिसके बाद शहर के कुछ जनप्रतिनिधि द्वारा भी इस खबर की पुष्टि हेतु जब जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर एवं प्रसूति वार्ड के मरीजों से चर्चा की गई तो उन्होंने भी इस बात को बताया कि उन्हें किस प्रकार से यहां आने के बाद उनसे पैसा लिया गया एवं यहां पर लंबे समय से इसी प्रकार की प्रथा चली आ रही है कि जो भी यहां डिलीवरी करवाने आते है उन्हें 6 से 8000 रूपये तक की राशि सीजर करने वाले डॉक्टर को देना पड़ता है और जो लोग यह राशि नहीं देते हैं तो उन मरीजों की ओर यहां ध्यान नहीं दिया जाता है और ना ही उनके जल्दी सीजर किए जाते हैं जिस कारण से मरीज यहा तड़पते रहते हैं एवं उनकी जान पर भी बन आती है जिस कारण उनके परिजन उन्हें सीजर करवाने के नाम पर डॉक्टर को मोटी राशि देते हैं एवं इसकी शिकायत भी वह किसी से नहीं करते वही जब जिला चिकित्सालय पहुंचे जनप्रतिनिधियों को यह सब घटना यहां के मरीजों द्वारा बताई गई तो उन्होंने इसकी शिकायत सिविल सर्जन डॉ संजय धबड़गांव से की जिन्होंने उन्हें अस्वस्थ कराया कि यदि कोई भी उन्हें लिखित शिकायत देता है तो वह तुरंत ही F.I.R तक की कार्रवाई करवाएंगे
पैसे नहीं देते हैं तो डॉक्टर द्वारा सीजर ना कर टालमटोल करते रहते हैं –
रामपायली से पहुंचे एक मरीज के परिजन ने बताया कि जब सीजर करवाने जिला चिकित्सालय पहुंचने हैं तो उन्हें पैसे देना ही पड़ता है चाहे वह किसी भी रूप में दे एवं अन्य सुविधाओं की यदि बात करें तो जिला चिकित्सालय में अन्य सभी सुविधा सब सही है किंतु यहां ऑपरेशन करवाने के लिए पैसा देना पड़ता है बस यही एक सुविधा उन्हें जिला चिकित्सालय में महसूस हो रही है वही एक और प्रसूति के परिजन द्वारा बताया गया कि यदि वह पैसे नहीं देते हैं तो उनके मरीज को डॉक्टर यह कहकर सीजर नहीं करते कि अभी उनको समय लगेगा या उनका अभी समय नहीं आया है ऐसा करके उन्हें टालमटोल करते रहते हैं एवं जब मरीज को अत्यधिक तकलीफ होना चालू हो जाती है तो उन्हें मजबूरी में पैसा देना पड़ता है
पैसे नहीं देते तो उनकी पत्नी का सीजर आसानी से नहीं होता- संकेत मेश्राम
कुमारी से पहुंचे एक मरीज के परिजन द्वारा बताया गया कि उनसे भी पैसे मांगने की डिमांड हुई है और पैसे मांगने की डिमांड तो यहां होते ही रहती है और उनके दामाद संकेत मेश्राम द्वारा बताया गया कि उन्हें सीजर करवाने के लिए 6000 रूपये देना ही पड़ा है किंतु वह किसी का नाम लेना नहीं चाहते उन्हें यह पता है कि यदि वह पैसे नहीं देते तो उनकी पत्नी का सीजर आसानी से नहीं होता और उन्होंने इशारों ही इशारों में यह भी कह दिया कि यहां के स्टाफ को ही उन्होंने 6000 रूपये की राशि दी है जो कि गलत है किंतु उन्हें मजबूरी वस यहां पैसे देना पड़ा
कल ही पैसा दिया और रात्रि में उनकी बेटी का सीजर हुआ है-कमली बाई
सीजर करने आई महिला अनारकली बाई की मां कमली बाई के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा भी 6000 रूपये की राशि दी गई है वह मलाजखंड मोहगांव से जिला चिकित्सालय सीजर करवाने पहुंचे थे जिन्होंने कल ही पैसा दिया और रात्रि में उनकी बेटी का सीजर हुआ है और ऐसे लगभग आधा दर्जन से अधिक लोगों के द्वारा बेहिजक होकर पैसे देने की बात कैमरे के सामने जनप्रतिनिधियों से कही गई और यह भी उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पैसे सरकारी अस्पताल में नहीं लेना चाहिए किंतु उन्होंने अपने मरीज की सुरक्षा को देखते हुए एवं उनका काम हो जाए इस वजह से पैसा दिया है
आशा कार्यकर्ता सरिता मरठे ने कहा डॉक्टर को 6000 रूपये देना पड़ता है – जितेंद्र हरदे
एक प्रसूति के पति जितेंद्र हरदे द्वारा बताया गया कि वह धानीटोला निवासी है और उनके गांव की आशा कार्यकर्ता सरिता मरठे के द्वारा उनसे जिला चिकित्सालय में सीजर करने के नाम पर 6000 रूपये की राशि की मांग की गई और कहा गया कि यदि वह 6000 रूपये देंगे तो उनका सीजर होगा क्योंकि जिला चिकित्सालय में सीजर करने के लिए डॉक्टर को 6000 रूपये देना पड़ता है जिसके चलते उन्होंने सीजर हो जाए इसलिए आशा कार्यकर्ता को 6000 रूपये दिए एवं रात्रि में उनका सीजर हुआ है
4 घंटे जननी एक्सप्रेस का इंतजार करते रहे-
एक रावणबंदी की आशा कार्यकर्ता द्वारा बताया गया कि उन्होंने जननी वाहन को चार बार फोन लगाने के बावजूद भी वह उनके मरीज को लेने उनके गांव तक नहीं पहुंची जबकि वह 4 घंटे जननी एक्सप्रेस का इंतजार करते रहे किंतु बाद में उन्होंने स्वयं के खर्चे पर मरीज को अस्पताल तक लाया यदि ऐसी स्थिति में मरीज के साथ कोई अपनी घटना होती तो कौन जिम्मेदार होता इस प्रकार की अव्यवस्था की बात भी पद्मेश न्यूज़ के पास राखी
सही में 6 से 8000 रुपए की राशि डॉक्टरों द्वारा ली जाती है – अनुभा मुंजारे
जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में पैसे लेनदेन की घटना की सच्चाई को जानने पहुंची जनप्रतिनिधि अनुभा मुंजारे द्वारा बताया गया कि उन्हें जानकारी लगी थी कि जिला चिकित्सालय में प्रसव करवाने के नाम पर यहां कुछ लोगों द्वारा मरीज से पैसे लिए जा रहे हैं जिसमें यहां के शासकीय कर्मचारी, डॉक्टर लोगों के द्वारा अवैध रूप से पैसे लिए जा रहे हैं और जो लोग पैसे नहीं देते उनके सीजन ना करते हुए उन्हें परेशान किया जाता है जिसको लेकर के वह अपने साथियों के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचे और यहां की स्थिति का जायजा लिया और कई मरीज ने उन्हें अपनी आपबीती बताई और उन्होंने कहा कि यहां पर सही में 6 से 8000 रुपए की राशि डॉक्टरों द्वारा सीजर करने के नाम पर ली जा रही है जो कि गलत है और इसकी वह जिला प्रशासन को शिकायत करेगी और व्यवस्थाओं में सुधार की वह मांग करेंगे
इस पूरे विषय को लेकर सिविल सर्जन डॉ संजय धबड़गांव द्वारा बताया गया कि इसकी जानकारी उन्हें भी है और उन्होंने ट्रामा सेंटर में जगह-जगह यह लिख रखा है की यदि कोई भी पैसा लेता है और लेनदेन की डिमांड करता है तो वह जिला कलेक्टर के नंबर या मेरे नबर पर शिकायत करे किंतु कोई भी नामजद डॉक्टरों की शिकायत नहीं करता है यदि कोई भी पैसे लेनदेन को लेकर नाम
जद सहित शिकायत करता है तो वह F.I.R तक की कार्यवाही करवाएंगे