बैहर तहसील के सहेजना और झागुल गांव में पुलिस द्वारा बीते 2 दिनों से लगातार कार्यवाही करते हुए लगभग 5 करोड रुपए से अधिक के नकली नोट जब्त किए जाने की जानकारी मिल रही है। हालांकि इस विषय पर मोबाइल पर हुई चर्चा के दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि नोट तो मिले हैं लेकिन नोटों की गणना अभी पूरी तरह से नहीं हो पाई है, इसलिए विस्तार में जानकारी नही दे पाएंगे।
शुक्रवार-शनिवार को हुई कार्यवाही
नकली नोट प्रकरण के विषय में जानकारी यही मिल रही है कि पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के मार्गदर्शन में बैहर सहित अन्य थाने की टीम ने बैहर के सहेजना और झांगुल में अलग-अलग कार्यवाही करते हुए शुक्रवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जिनके पास से लगभग 8 लाख रुपये मिलने की जानकारी मिल रही है। वहीं दूसरी और शनिवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिनके पास से लगभग 5 करोड़ रुपया मिलने की जानकारी मिल रही है।
किरनापुर और गोंदिया से नेटवर्क
हालांकि चर्चा के दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने किसी भी तरह का खुलासा नहीं किया और यही जानकारी दी इस पूरे प्रकरण में आगामी दिनों में भी कार्रवाई जारी रहेगी अलग अलग टीम बनाकर कार्यवाही की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नकली नोट का पूरा कारोबार का नेटवर्क बालाघाट जिले की किरनापुर और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की गोंदिया जिले से जुड़े होने की जानकारी मिल रही है। जानकारी यही मिल रही है कि पुलिस की अलग-अलग टीम नकली नोट मामले का मुख्य सरगना की गिरफ्तारी के लिए किरनापुर और गोंदिया में जांच कर रही है।
जल्द कर सकती है पुलिस पूरा खुलासा
मुख्य सरगना की गिरफ्तारी के बाद ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जा सकता है कि आखिरकार इतनी अधिक मात्रा में नकली नोट खपाने की तैयारी कहां की जा रही थी। कहां से इतनी बड़ी मात्रा में नकली नोट बालाघाट तक पहुंचे इस पूरे गोरखधंधे के पीछे किसका हाथ है। आपको बता दें कि बीते 1 वर्ष पूर्व भी महिला थाना क्षेत्र के अंतर्गत ऐसे ही नकली नोट का एक प्रकरण सामने आया था जिसमें नकली नोट मंडला भेजे जाने की जानकारी मिली थी पुलिस द्वारा कार्रवाई में आरोपियों ने खुलासा किया था।
नकली नोट पर उठ रहे कई सवाल
शुक्रवार और शनिवार को दोबारा नकली नोट का इतना बड़ा जखीरा मिलने के पीछे शहर पुलिस की जांच का एंगल 1 वर्ष पहले मिले नकली नोट की ओर भी गया होगा हालांकि है तो जांच का विषय है अब पुलिस इस मामले में लगातार जांच कर रही है शायद इस मामले में पूरा खुलासा इस पूरे करोबार को संचालित करने वाले नकली नोट के सरगना की गिरफ्तारी के बाद ही किया जा सकता है। जिसके लिए शायद हमें कुछ देर का और इंतजार करना पड़ सकता है जिसके बाद पुलिस इस प्रकरण की पूरी कहानी सिलसिलेवार कार्रवाई के अनुसार प्रेस के समक्ष रखेगी।