बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। पूर्व विधायक किशोर समरीते को अंबेडकर अनुयायियों ने विरोध स्वरूप कंडोम की माला पहनाई, श्री समरीते बुधवार की दोपहर में जिला मुख्यालय स्थित डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष संविधान को रखकर संविधान का पूजन करने पहुंचे थे। संविधान पूजन करने के पहले ही पूर्व विधायक किशोर समरीते को कंडोम की माला पहनाये जाने का घटनाक्रम देखकर सभी लोग अवाक रह गए।
शांतिपूर्वक तरीके से हुआ यह घटनाक्रम
आपको बताये कि पूर्व विधायक श्री समरीते के द्वारा बाबा साहब को संविधान की प्रति भेंट किए जाने का कार्यक्रम कुछ दिन पहले से ही निर्धारित था तथा उसी कार्यक्रम के तहत वे नगर के अंबेडकर चौक में पहुंचे थे। श्री समरीते के आने के पूर्व से ही आधा दर्जन से अधिक अंबेडकर अनुयाई पहुंच गए थे। प्रतिमा स्थल के समक्ष पूर्व विधायक किशोर समरीते के पहुंचते ही अंबेडकर अनुयायियों ने उन्हें कंडोम की माला पहनाने की बात कही, जिसका श्री समरीते ने किसी प्रकार से विरोध नहीं किया और उसके पश्चात अंबेडकर अनुयायियों ने श्री समरीते को कंडोम की माला पहनाई। यह पूरा घटनाक्रम शांतिपूर्वक तरीके से हुआ। इस दौरान अंबेडकर अनुयायियों में श्री वागदे के अलावा मल्ला मेश्राम, दयाल वासनिक, सिद्धार्थ शेंडे, सत्येंद्र इनवाती प्रमुख रूप से मौजूद थे।
घटनाक्रम होने के बाद किया संविधान का पूजन
यह घटनाक्रम होने के बाद श्री समरीते द्वारा अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष संविधान को रखकर पुष्प अर्पित कर संविधान का पूजन किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक किशोर समरीते के साथ बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद थे जो कि उनके साथ ही बालाघाट मुख्यालय में पहुंचे थे।
कंडोम की माला पहनाकर समरीते को समर्पित की – वसंत वागदे
इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए अंबेडकर अनुयाई एवं अर्पित सेवा संस्था के प्रमुख वसंत वागदे ने पूर्व विधायक किशोर समरीते पर आरोप लगाते हुए बताया कि वर्ष 2006 में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा को कंडोम की माला पूर्व विधायक किशोर समरीते द्वारा पहनाया गया था और आज वह उसी बाबा साहब का सम्मान करने पहुंचे, तो हम सभी अंबेडकर अनुयायियों द्वारा कंडोम की माला को उनके गले में डालकर उन्हें समर्पित किया और उनसे कहा डॉक्टर अंबेडकर जी आपको सद्बुद्धि दे। जहां तक संविधान के पालन की बात है तो संविधान की कॉपी रखने से क्या संविधान का पालन होगा, संविधान की कॉपी रखना भी बाबा साहब का अपमान है। यदि संविधान का सम्मान ही करना था तो राष्ट्रपति को पत्र लिखते भूख हड़ताल करते या न्यायालय में जाकर आवाज उठाते। उन्होंने कहा कि यदि पूर्व विधायक श्री समरीते बरी हो गए हैं तो वे इसका प्रमाण दिखाएं जबकि अभी केस चालू है बरी नहीं हुये।
नहीं किया बाबा साहब का कभी अपमान – समरीते
वहीं इस मामले में चर्चा करने पर पूर्व विधायक किशोर समरीते ने कहा कि भारतरत्न डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर देश के बड़े महापुरुष है उन्होंने जो संविधान बनाया वह देश की रीढ़ है तथा इसी से देश चलता है। लेकिन देखने में आता है संविधान की शपथ तो ले लेते हैं लेकिन उसके विपरीत काम किया जाता हैं तमाम आईएएस आईपीएस संविधान का पालन नहीं करते। बालाघाट में कानून का राज खत्म हो गया है। बाबा साहब की प्रतिमा के सामने संविधान का पूजन कर प्रशासन को यह बताने का प्रयास किया है कि सभी लोग संविधान का सम्मान करें और इसका पालन कराएं। देश को इसी के आधार पर चलाओ अपने मर्जी से नहीं चला सकते। जहां तक कंडोम की माला पहनाने की बात है तो यह कोई बहुत बड़ी चीज नहीं है इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। बाबा साहब की प्रतिमा को कंडोम की माला पहनाने का जो आरोप लगा रहे हैं वह गलत है, उन्होंने कभी बाबा साहब का अपमान नहीं किया वह सब उनके खिलाफ भाजपा के लोगों की साजिश थी। जिस समय का आरोप लगा रहे हैं उस समय माह दिसंबर से वे जेल में थे उनकी गिरफ्तारी फरवरी माह में की गई थी। इस मामले में कोई सबूत नहीं होने के कारण सुनील जैन साहब की माननीय न्यायालय द्वारा उन्हें बरी भी कर दिया गया है। ऐसे आरोप लगना राजनीति में चलते रहता है।