जिले में वैक्सीनेशन प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नगर के पीजी कॉलेज में गुरुवार से टोकन व्यवस्था शुरू की गई है लेकिन यह व्यवस्था भी लोगों को रास नहीं आ पा रही है टोकन व्यवस्था में व्याप्त खामियों के चलते लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए घंटों वैक्सीनेशन सेंटर में इंतजार करना पड़ रहा है जिसको लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। आपको बताएं कि वैक्सीनेशन सेंटर में भीड़ पर काबू पाने के लिए और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा टोकन व्यवस्था की शुरुआत की गई थी लेकिन पहले ही दिन सास के जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय वैक्सीनेशन सेंटर में टोकन लेने के बावजूद भी लोग वैक्सीन लगाने के लिए परेशान होते नजर आए।
शेड्यूल बनाने के बाद ही एक साथ बांट दिए टोकन
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा टोकन व्यवस्था को लागू किए जाने को लेकर पीजी कॉलेज को चिन्हित किया गया था जहां गुरुवार को 600 वैक्सीन उपलब्ध कराई गई और इन वैक्सीन को लगाए जाने को लेकर जो शेड्यूल बनाया गया था उस आधार पर टोकन का वितरण किया जाना था लेकिन पीजी कॉलेज वैक्सीनेशन सेंटर में एक से अधिक काउंटर बनाकर उस सभी टोकन बांट दिए गए इसके बाद टोकन लेकर लोग घंटों लाइन में खड़े रहे जिसके कारण उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की इस व्यवस्था को लेकर जमकर नाराजगी जाहिर की।
टोकन लेने के बाद भी 2 घंटे से लाइन में खड़े हैं- हरिराम लिल्हारे
इस संदर्भ में पद्मेश न्यूज़ से चर्चा के दौरान बड़ी कुम्हारी निवासी हरिराम लिल्हारे ने बताया कि उन्हें जानकारी प्राप्त हुई थी कि पीजी कॉलेज वैक्सीनेशन सेंटर में आज से टोकन के माध्यम से लोगों को टीका लगाया जाएगा जिसको लेकर सुबह 8:00 बजे वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे जहां पर उन्हें टोकन दिया गया लेकिन घंटो बीत जाने के बाद भी उनका नंबर नहीं लगा और वह लाइन में खड़े होकर अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे उन्होंने कहा कि टोकन तो मिल गया है और वैक्सीनेशन सेंटर में मौजूद कर्मचारियों के द्वारा भी यह कहा जा रहा है कि जिन्हें टोकन मिला है उन्हें वैक्सीन लगेगा लेकिन 2:00 बजने के बाद भी अब तक उनका नंबर नहीं आ पाया है उन्होंने कहा है इस प्रकार की व्यवस्था से ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग परेशान हैं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बदलाव किया जाना अच्छी बात है लेकिन उसका लाभ लोगों तक पहुंचना भी चाहिए।
वैक्सीनेशन सेंटर में बुजुर्गों के लिए नहीं व्यवस्था- ओम प्रकाश जयसवाल
इस संदर्भ में पद्मेश न्यूज़ से चर्चा के दौरान स्थानीय निवासी ओम प्रकाश जयसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा वैक्सीनेशन सेंटर में व्यवस्थाएं तो की जा रही है लेकिन जो बुजुर्ग चलने फिरने लायक नहीं है उनको लेकर कोई व्यवस्था अब तक नजर नहीं आई है उन्होंने कहा कि काफी ऐसे बुजुर्ग हैं जो 80 90 साल के हो गए हैं और काफी कुछ लोगों को पैरालाइसिस सहित अन्य गंभीर बीमारियां हैं जो वैक्सीन लगाने के लिए वैक्सीन सेंटर नहीं आ पाते काफी ऐसे बुजुर्ग हैं जिन्होंने पहला टीका तो लगवा दिया है लेकिन करीब 100 दिन होने के बाद भी उन्हे दूसरा टीका इसलिए नहीं लग पाया कि वह वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंच सकते ऐसे बुजुर्गों का भी शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए और यदि घर घर जाकर निशक्त और बुजुर्गों को टीका लगाया जाए तो इससे उन्हें राहत मिलेगी उन्होंने कहा यह काफी जिलों में इस प्रकार की व्यवस्था है हमारी भी शासन-प्रशासन से मांग है कि बालाघाट जिले में हुए इस प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
टोकन व्यवस्था की खामियों को दूर किया जाएगा- जिला टीकाकरण अधिकारी
इस संदर्भ में पद्मेश न्यूज़ से चर्चा के दौरान जिला टीकाकरण अधिकारी परेश उपलप ने बताया कि पीजी कॉलेज वैक्सीनेशन सेंटर में आज से टोकन व्यवस्था शुरू की गई है लेकिन नई व्यवस्था होने के कारण इनमें कुछ खामियां थी जिन्हें सुधारने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि व्यवस्था बनाने के समय या सुनिश्चित किया गया था कि एक निश्चित समय में सीरियल नंबर से बांटे जाएंगे और टाइम शेड्यूल के आधार पर लोगों को टीका लगाया जाएगा जिसके लिए यह सुनिश्चित किया गया था कि सुबह 8:00 से 8:30 के बीच टोकन का वितरण कर दिया जाएगा इसके पश्चात टोकन क्रमांक 1 से लेकर 150 तक के लोगों को सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक टीके लगाए जाने थे इसी तरह आगे का शेड्यूल भी बनाया गया था क्योंकि यह व्यवस्था नहीं है इसलिए खामियां तो जरूर सामने आएगी लेकिन हमारे द्वारा इस नई व्यवस्था को और पुख्ता करने का प्रयास किया जा रहा है और जो भी सुधार की आवश्यकता होगी उस पर ध्यान दिया जाएगा वही बुजुर्गों को घर पर ही वैक्सीनेशन किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि शासन के द्वारा इस प्रकार की कोई निर्देश नहीं है उन्होंने कहा कि यदि कोई अत्यधिक बुजुर्ग है या विकलांग है तो उन्हें वाहन से वैक्सीनेशन सेंटर लाया जा सकता है उन्होंने कहा कि अभी शासन के द्वारा यह निर्देश नहीं दिए गए हैं कि घर घर जाकर बुजुर्गों या अन्य लोगों को वैक्सीन लगाई जाए क्योंकि इस प्रक्रिया को अपनाने से काफी दिक्कतें होंगी उन्होंने कहा कि सेशन समाप्त होने पर टीकाकरण के बाद आधे घंटे के लिए ऑब्जरवेशन के हिसाब से व्यक्ति को रोका जाता है यदि किसी प्रकार की मेडिकल व्यवस्था की आवश्यकता होती है तो तत्काल उपस्थित चिकित्सक की मदद से उपलब्ध कराई जाती है लेकिन यदि घर में वैक्सीनेशन कराया जाएगा तो इस प्रकार की व्यवस्था देना संभव नहीं होगा।