रोजगार की तलाश में मजदूरों का महानगरों की ओर पलायन करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।जिले के वनांचलो से मजदूर रोटी रोटी की तलाश में रोजाना ही महानगरों की ओर पलायन कर रहे हैं।
जिले में उद्योग व रोजगार के संसाधन ना होने से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का संकट बना हुआ है वहीं कम मजदूरी और समय पर भुगतान न होने के कारण मजदूर पलायन करने को मजबूर हैं। मजदूरों के पलायन के सामने शासन प्रशासन द्वारा चलाई जा रही मनरेगा व अन्य योजनाएं भी फीकी नजर आ रही है।
लोग काम की तलाश में नागपुर तेलंगाना ,रायपुर और हैदराबाद सहित अन्य महानगरों की ओर रोजाना ही पलायन कर रहे हैं जिसका एक नजारा शुक्रवार को नगर के बस स्टैंड में देखने को मिला जहां परसवाड़ा टिटवा क्षेत्र के कई मजदूर अपने कंधों पर चावल और कपड़ों की बोरी लिए हुए रोजगार की तलाश में अन्य महानगरों की ओर पलायन करते नजर आए।
जिन्होंने पंचायत में मनरेगा के तहत काम ना मिलने, और जिले में उघोग व्यापार ना होने की बात कहते हुए मजबूरी में पलायन करने की बात कही है।