बालाघाट : वन प्राणी सांभर का शिकार करने के आरोप मे चार शिकारी गिरफ्तार

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 वन परिक्षेत्र लामता उत्तर सामान्य के वन अमले ने वन प्राणी सांभर का शिकार करने के आरोप में 4 शिकारियों को गिरफ्तार किया। वन्य प्राणियों का कुत्तों से शिकार करवाने वाले चारों शिकारी को कुत्तों के माध्यम से ही गिरफ्तार किया गया है ।चारों शिकारी अघन पिता मानेश्वर खैरवार 25 वर्ष, जगदीश पिता दिनेश सिरसाठे 26 वर्ष, लालचंद पिता मनीराम मरठे 45 वर्ष, शिवराम पिता बाड़ू पंचेश्वर 40 वर्ष सभी ग्राम नरसिंगा थाना लामता निवासी  है इन चारों शिकारियों ने लामता के जंगल में  कुत्तों से खेदा करवा कर और भाले से मारकर वन्यप्राणी सांभर का शिकार किए थे।

सभी को न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है। एक आरोपी फरार बताया गया जिसकी तलाश की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 जून की रात्रि लामता बीट के जंगल में कुछ शिकारियों द्वारा वन्य प्राणियों का शिकार करने की सूचना वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेश काकोडिय़ा को मिली थी। इस सूचना पर  वन परिक्षेत्र अधिकारी काकोडिय़ा ने अपने अमले के साथ लामता बीट के जंगल में खोजबीन शुरू की इस दौरान रात्रि 2:00 बजे रेलवे फाटक के पास  एक वन्य प्राणी  सांभर मरा पड़ा हुआ दिखा। जिसके शरीर पर भालों के निशान थे और मौके पर चार शिकारी कुत्ते सांभर को घेरे हुए थे। वन अमले ने चारों कुत्तों को किसी तरह पकड़े और रस्सी से बांधकर लामता लाए और लामता में चारों कुत्तों को छोड़ दिए और वन अमला इन कुत्तों के पीछे लग गया। चारों कुत्ते लामता से नरसिंगा की ओर जाने लगे जिन का पीछा करते हुए वन अमला भी उनके पीछे गया।

नरसिंगा में  कुत्ते जिस घर में गए उस घर के व्यक्ति को संदेह के आधार पर पकड़ कर पूछताछ की है। जिसने अपने साथियों के साथ लामता के जंगल में कुत्तों से खेदा करवा कर और भाले से मारकर वन प्राणी सांभर का शिकार करना बताया ।अमले ने गहन पूछताछ और जांच-पड़ताल के बाद वन्य प्राणी सांभर का शिकार करने के आरोप में अघन खैरवार ,जगदीश सिरसाठे, लालचंद मरठे, शिवराम पंचेश्वर सभी नरसिंगा निवासी को गिरफ्तार किये जिनके पाद से वन्य प्राणी सांभर का शिकार करने में उपयुक्त दो भाले भी जप्त किया गया। जबकि एक शिकारी फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है।

इन शिकारियों के विरुद्ध धारा 2,9,39,50,51,52 वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अपराध कायम किया गया है 2 जुलाई को सभी चारों शिकारियों को बालाघाट की विद्वान अदालत में पेश कर दिया गया जहां से सभी को न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है वन प्राणी  सांभर का शिकार करने वाले इन चार शिकारियों को पकडऩे में परिक्षेत्र अधिकारी नरेश काकोडिय़ा, डिप्टी रेंजर रोशनलाल पड़वार वनरक्षक शेख रशीद, वनरक्षक अंबिका प्रसाद सैयाम, बीट गार्ड नरेंद्र मर्सकोले, वनपाल बृजलाल यादव बीट प्रभारी लामता, वनरक्षक रमेश सार्वे और सुरक्षा श्रमिक महारू धुर्वे, किशन टेकाम की सराहनीय भूमिका रही।

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