नगर मुख्यालय के लालबर्रा से होकर गुजरे हाईवे पहुंच मार्ग पर यातायात व्यवस्था दिनों दिन और अधिक चरमराती जा रही है जिससे आवागमन करने वाले लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि एक वर्ष पूर्व सर्राटी नदी पुल मानपुर से लेकर सिवनी मार्ग स्थित अहिंसा प्रवेश द्वार तक प्रशासन के द्वारा सडक़ का चौड़ीकरण करने के लिए हाईवे रोड़ के दोनों ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई थी और इस अतिक्रमण कार्यवाही के दौरान जो दुकानें व अवैध अतिक्रमण को तोड़ा गया है उसके मलमे को बस स्टैण्ड से लेकर मजार तक पुरी तरह से अब तक नही हटाया गया है, न ही व्यवस्थित किया गया है। जिसके कारण सडक़ की चौड़ाई कम हो गई है और विश्राम गृह से लेकर मजार तक बड़े वाहनों के आवाजाही से यातायात व्यवस्था बेहाल होने के साथ ही ट्राफिक जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इस दौरान कालेज, स्कूल के छात्र-छात्राओं एवं आमजनों के साथ बड़ी दुर्घटना घटित होने का अंदेशा बना रहता है। साथ ही आये दिन दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है परन्तु पुलिस प्रशासन के द्वारा यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने किसी तरह की कारगार कदम नही उठाया जा रहा है जिससे लोगों में शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। जागरूक नागरिक व क्षेत्रीयजनों ने शासन-प्रशासन से नगर मुख्यालय की यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने एवं हाईवे मार्ग का चौड़ीकरण करने की मांग की है ताकि बार-बार जो ट्राफिक जाम होने से आवागमन में हो रही परेशानियों से निजात मिल सके।
आपको बता दे कि नगर में विश्राम गृह से लेकर मजार तक सबसे अधिक ट्राफिक जाम हो रही है जिसका मुख्य कारण है कि एक वर्ष पूर्व बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग नेशनल हाईवे मार्ग बनने वाली है कहकर तत्कालीन विधायक गौरीशंकर बिसेन के द्वारा सर्राटी नदी पुल से सिवनी मार्ग स्थित अहिंसा द्वार, हाई स्कूल मार्ग का अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई थी। जिसके बाद हाई स्कूल मार्ग का निर्माण हो चुका है परन्तु बालाघाट-सिवनी मार्ग का निर्माण नही किया गया है और न ही अतिक्रमण कार्यवाही के दौरान जो मलमे रोड़ किनारे गिर थे उसे पुरी तरह से व्यवस्थित भी नही किया गया है जिसके कारण आये दिन विश्राम गृह से लेकर मजार तक ओवर लोड डम्फर, ट्रक व बसों के आवागमन के कारण बार-बार ट्राफिक जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। जिसके कारण हाईवे मार्ग से आने-जाने वाले लोगों एवं दुकानदारों को भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है परन्तु प्रशासन के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है और सबसे अधिक परेशानी बस स्टैण्ड के सामने बनी हुई है। जहां मार्ग के किनारे एक ओर जानलेवा गड्डा बन गया है तो दुसरी ओर कीचड़ है जिसके कारण अगर दो बड़े वाहन क्रास होते है। इसी दौरान अचानक कोई दुसरा चौपहिया वाहन आ जाता है तो उन्हे क्रास करने में परेशानी होती है और लंबा जाम लग जाता है। जिससे लोगों को आवागमन करने में बेहद परेशानी होती है और दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी रहती है परन्तु इस यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कोई पुलिस कर्मी मौजूद नही रहता है जिससे लोगों को परेशानी होती है। जबकि पूर्व में पुलिस प्रशासन के द्वारा स्थानीय बस स्टैण्ड के सामने मिश्रा पुलिसकर्मी की डयूटी लगाई जाती थी जिनके द्वारा यातायात व्यवस्था को दुरूस्त किया जाता था और जिनके कार्यों की सभी सराहना भी करते थे परन्तु वर्तमान में पुलिसकर्मी की डयूटी नही लगाई जा रही है। जिसके कारण यातायात व्यवस्था बदहाल होते जा रही है। जागरूक नागरिकों ने पुलिस प्रशासन से स्थानीय बस स्टैण्ड के सामने दो पुलिसकर्मी की डयूटी लगाने की मांग की है।
मार्ग से गुजरने के बाद भी अधिकारियों को नही दिख रही अव्यवस्था
बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग से राजस्व विभाग व अन्य जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों के द्वारा रोजाना आवागमन किया जाता है बावजूद इसके उन्हे नगर का अव्यवस्थित यातायात आज तक नजर नही आया। ज्ञात हो कि अनेकों बार इन अधिकारियों के वाहन खुद ट्रेफिक जाम में फंसेरहे परंतु फिर भी कार्यवाही का स्तर पूर्णत: शून्य ही है। नगर मुख्यालय में हाईवे मार्ग की अव्यवस्थाओं को सुधारना राजस्व विभाग के लिए आम बात है लेकिन राजस्व विभाग किसके दबाव पर कार्य कर रहा है यह समझ से परे लग रहा है।
नही है पार्किंग व्यवस्था
आपको बता दें कि १०४ गांवों का मुख्य मार्केट लालबर्रा है जहां पर विभिन्न शासकीय कार्यालय जैसे तहसील, जनपद, बीआरसी, महिला एवं बाल विकास, महाविद्यालय, अस्पताल, थाना व स्कूल सहित अन्य शासकीय विभागीय कार्यालय है जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में क्षेत्रीयजनों का आना-जाना लगा रहता है किन्तु नगर मुख्यालय में किसी तरह की कोई पार्किंग व्यवस्था नही होने के कारण उन्हे मजबूरन किसी की दुकानों के सामने व रोड़ की पटरियों पर अपने वाहन खड़ा करना पड़ता है जिससे यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है।