बालाघाट : स्टेट जीएसटी बालाघाट की दो टीमो ने अविनाश और रेणुका मोबाइल शाप मे दी दबिश, दोनोमोबाइल दुकानो के देर शाम तक खंगाले गए दस्तावेज !

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बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। मोबाइल की खरीदी बिक्री, दुकान में मोबाइल का स्टॉक, आईटी क्लेम और मोबाइल बिक्री पर जमा किए गए स्टेट जीएसटी टैक्स में भारी अंतर होने की शिकायत मिलने पर नगर की दो अलग-अलग मोबाइल दुकानों में सोमवार को स्टेट जीएसटी की बालाघाट टीम पहुंची जिन्होंने देर शाम तक स्टेट जीएसटी टैक्स से जुड़े दस्तावेज खंगाले। हालांकि देर शाम तक की गई इस जांच में जीएसटी बालाघाट की टीम कोई ठोस निर्णय पर नहीं पहुंच सकी वहीं जीएसटी की चोरी की गई है या नहीं, इसकी फिलहाल जानकारी नहीं लग पाई है जिसका खुलासा जल्द किए जाने की जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई है। मोबाइल खरीदी बिक्री उसके स्टॉक और स्टेट जीएसटी टैक्स रिटर्न फाइल से संबंधित जुड़े दस्तावेजों की जांच करने के लिए स्टेट जीएसटी बालाघाट की पहली टीम सोमवार को नगर के मेन रोड स्थित हक्कू शाह बाबा दरगाह के सामने अविनाश मोबाइल शॉप पर पहुंची जहा यह टीम देर शाम तक जीएसटी से जुड़े दस्तावेजों की जांच करती रही।वही स्टेट जीएसटी बालाघाट की दूसरी टीम ने होटल मलिकार्जुन के सामने स्थित रेणुका कम्युनिकेशन मोबाइल शॉप में मोबाइल की खरीदी बिक्री, वर्तमान स्टाक की जांच कर उनके द्वारा जमा किए गए जीएसटी टैक्स की जांच की।दोनों जगह सोमवार की दोपहर करीब 12 बजे शुरू की गई दस्तावेजों की जांच देर शाम तक चलती रही हालांकि देर शाम तक की गई इस जांच जीएसटी टीम के हाथ क्या लगा फिलहाल इसका खुलासा नहीं हो पाया है बताया जा रहा है कि दोनों जगह की गई इस कार्यवाही में जीएसटी की टीम वर्ष 2017 से लेकर अब तक के दस्तावेज खंगाल रही है जिसमें समय लगने की बात जीएसटी अधिकारियों द्वारा कहीं गई है। अविनाश मोबाइल शॉप में की गई दस्तावेजों की जांच के दौरान इंस्पेक्टर संध्या यादव ,सीटीओ- डीएल पटले, आईटी असिस्टेंट अजय देशमुख, रीडर रामटेककर, ड्राइवर राजेश बिसेन,प्यून मोतीराम मदनकर तो रेणुका कम्युनिकेशन मोबाइल शॉप में दस्तावेजों की जांच की गई इस के दौरान स्टेट टैक्स ऑफिसर अनूप शर्मा सुनीता सिरसा और असिस्टेंट टैक्स ऑफिसर ऋषि ठाकुर सहित अन्य प्रमुख रूप से अन्य उपस्थित रहे।
आईटी क्लेम में लाखों की जानकारी

बताया जा रहा है कि मोबाइल बिक्री को लेकर दर्ज किए गए जीएसटी रिटर्न में आई टी क्लेम का विकल्प मोबाइल संचालको द्वारा भरा गया था ,जिसमे अविनाश मोबाइल ने 6 लाख का आईटी क्लेम किया था,जबकि वो इस क्लेम के पात्र नही है वही अन्य मोबाइल संचालको ने भी आईटी क्लेम के आवेदन किया है जिसमे लाखो रु के हिसाब की बात सामने आई है जिसपर जीएसटी की टीम जाच करने पहुची है। हालांकि यह जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई है जिसकी खबर लिखे जाने तक आधिकारिक पुष्टि नही हो पाई है,वही जीएसटी अधिकारियों ने भी जाच पूरी होने के बाद ही मामले की जानकारी देने की बात कही है।
ऑनलाईन फ्रॅाड से जुड़े व्यापारियों पर अब की जा रही जीएसटी कार्रवाई?
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों ऑनलाइन फर्जीवाड़ा के मामले में जिन मोबाइल संचालकों को गिरफ्तार किया गया था अब उन लोगों पर जीएसटी की कार्यवाही की जा रही है बताया जा रहा है कि पिछले दिनों 20 करोड़ के हुए फर्जीवाड़े में, ऑनलाईन फ्राड के पैसे से मोबाईल खरीदकर बेचने वाले,और ग्राहकों से मोबाईल चोरी छिपे खरीदने के मामले में जिले के कुछ मोबाईल दुकान संचालकों को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद दुकानदार जेल की हवा भी खाकर आये है अब उन्ही दुकानदारो पर जीएसटी टीम की कार्यवाही हो रही है।हालांकि इसकी पुष्टि विभाग द्वारा नहीं की गई है जहां जीएसटी टीम द्वारा पूरी जांच के बाद कार्यवाही से संबंधित जानकारी दिए जाने की बात कही जा रही है।वही विभाग द्वारा जल्द ही इस मामले में बड़े खुलासे किए जाने की बात कही जा रही है।
सिवनी और बालाघाट में एक साथ चल रही कार्यवाही
मोबाइल की खरीदी बिक्री स्टॉक और जीएसटी रिटर्न के हिसाब में मिल रहे भारी अंतर,और आईटी क्लेम को देखते हुए स्टेट जीएसटी इंदौर आयुक्त राघवेंद्र सिंह द्वारा मोबाइल दुकानों में जीएसटी की जांच किए जाने के आदेश दिए गए हैं इंदौर आयुक्त द्वारा जारी किए गए इन्हीं आदेशों के तहत छिंदवाड़ा स्टेट जीएसटी संयुक्त आयुक्त पीके पांडे के निर्देशन पर सिवनी और बालाघाट दोनों जगहों की चुनिंदा संदिग्ध मोबाइल दुकानों में जीएसटी की जांच की जा रही है जिसके तहत सोमवार को जीएसटी बालाघाट टीम ने मेन रोड स्थित अविनाश मोबाइल शॉप और  रेणुका कम्युनिकेशन मोबाइल शॉप में मोबाइल की खरीदी बिक्री और जीएसटी रिटर्न से संबंधित दस्तावेजों की देर शाम तक जांच की।
मोबाइल व्यापारी कर रहे जीएसटी की चोरी ?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ मोबाइल दुकान संचालक तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर जीएसटी की चोरी कर रहे हैं बताया जा रहा है कि कुछ मोबाइल दुकान संचालक मोबाइल की खरीदी और बिक्री का विभाग को स्वयं ब्यौरा नहीं दे रहे हैं वही सरकार को जीएसटी टैक्स देने में भी आनाकानी कर रहे हैं इसके अलावा कुछ दुकानदार ऑनलाइन मोबाइल मंगा कर पक्के बिल बिना ही पहचान वालों को मोबाइल की बिक्री कर रहे हैं।जो इस तरह का व्यापार कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं जबकि पक्के बिल पर मोबाइल की कम बिक्री दर्शाकर जीएसटी सहित इनकम टैक्स की चोरी की जा रही है।वही जमा किए गए कुछ टैक्स पर भी आईटी क्लेम लगा रहे है। जिस पर जीएसटी की टीम जगह जगह पहुंच कर मोबाइल की खरीदी बिक्री और जीएसटी से जुड़े दस्तावेजों सहित अब तक जमा किए गए जीएसटी टैक्स के मूल्य मूल्य के अंतर को निकाल रही है।
2017 से अब तक के खंगाले जा रहे दस्तावेज
बताया जा रहा है कि जीएसटी की टीम वर्ष 2017 से अब तक के रिकॉर्ड खंगाल रही है जिसमें वर्ष 2017 से अब तक की गई मोबाइल खरीदी, उनके पक्के बिल, 2017 से अब तक बेचे गए कुल मोबाइल उनके बिल ,मोबाइल खरीदी और बिक्री के बाद दुकान में बचे माल की गणना व दुकानदारों द्वारा वर्ष 2017 से अब तक का जमा किया गया जीएसटी रिटर्न सहित अन्य दस्तावेजों की जांच चल रही है बताया जा रहा है कि यह जांच यदि 1 दिन में पूरी नहीं हो सकी तो जीएसटी रिटर्न के मूल अंतर का जीएसटी अमाउंट दुकान संचालकों से जमा करा लिया जाएगा उसके बाद मोबाइल से खरीदी- बिक्री,जमा किए गए जीएसटी,और आईटी क्लेम से जुड़े दस्तावेज खंगाले जाएंगे हालांकि पहले दिन की गई इस जांच में जीएसटी टीम देर शाम तक दस्तावेज खंगाल रही थी इस जांच में क्या पाया गया इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
मामले की जांच जारी है

इस मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान राज्य कर सहायक आयुक्त वाणिज्यिक कर व्रत बालाघाट कार्यालय में पदस्थ असिस्टेंट कमिश्नर एसएल बेगा  ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में जीएसटी की 2 टीम नगर के रेणुका मोबाइल और अविनाश मोबाइल शॉप में गई है विभिन्न दस्तावेजों की जांच की जा रही है शाम तक यह जांच पूरी नहीं हुई है वहीं जांच अभी जारी है जांच पूरी होने के बाद ही मामले से संबंधित जानकारी दी जाएगी।

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