विद्युत वितरण कंपनी ने बिना किसी सूचना के 30 से ज्यादा मीटर वाचकों को नौकरी से निकाल दिया है। ये मीटर वाचक पिछले 10-15 सालों से कंपनी में नौकरी कर रहे थे। न्यूनतम वेतन देने के बावजूद भी कंपनी ने मीटर वाचकों के साथ अन्याय कर दिया है। मंगलवार को पीड़ित मीटर वाचकों ने कलेक्ट्रेट आकर जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया और सेवा बहाली की मांग की है। इसके बाद वे अधीक्षण यंत्री कार्यालय पहुंचे और वहां चार घंटे तक धरने पर बैठे रहे लेकिन विद्युत कंपनी के किसी भी अधिकारी ने उनकी बात नहीं सुनी और न ही समस्या का समाधान किया है। बताया गया कि विद्युत कंपनी ने मीटर रीडिंग का ठेका भी दिल्ली की एक कंपनी को दे दिया है और यह कंपनी भी अपने अनुसार एम्प्लाई की भर्ती करती है। कंपनी ने यहां पूर्व से कार्यरत मीटर वाचकों को प्राथमिकता नहीं दी है। जबकि अन्य मीटर वाचकों को नौकरी पर रखा है और उनसे अनुबंध भी किया है। निकाले गए मीटर वाचकों में राजेश, विनोद वर्मा, संजय वर्मा, भाग्यचंद बारसिया, जितेंद्र वर्मा, गोपाल सिरसाम, प्रवीण ठाकुर, भागवत चौरिया, कपिल रामटेके, विपिन साहू सहित अन्य मीटर वाचक शामिल है।