बालाघाट/ बिरसा थाना क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य के एक व्यक्ति ने आत्महत्या नहीं की थी उसकी हत्या की गई थी बिरसा पुलिस ने एक महीने के भीतर इस अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू 40 वर्ष ग्राम लोहारीडीह थाना जिला कबीरधाम निवासी की हत्या करने के आरोप में चार आरोपी की गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार चरवा रोटी दिनेश कुमार पिता रघुनाथ साहू 33 साल रोमन पिता सनुक लाल साहू 32साल दोनो लोहारीडीह थाना रेंगाखर जिला कबीरधाम टेकचंद पिता सनुक लाल पटेल 24 साल भेलवा टोला थाना प्रियंका कर और राखी लाल पिता सुखराम हिरवाने 40 वर्ष बनाफर टोला ग्राम रेलवाही थाना बरसा निवासी है जिन्होंने एक षड्यंत्र के तहत साहू की हत्या कर उसकी लाश को पेड़ में फांसी पर लटका दिया था।
कचरू साहू की फांसी पर लटकी मिली थी लाश
15 सितंबर को सुबह 9 बजे शिव प्रसाद साहू अपनी मोटरसाइकिल एमपी 50 एम सी 8892 में घर से निकला था। शाम 6:00 बजे करीब शिवप्रसाद साहू के घर नहीं पहुंचा। 15 सितंबर को सुबह 10:00 बजे व्हाट्सएप में शिवप्रसाद साहू की फोटो आई तब परिवार के लोग पता लगाते हुए बीजाटोला आए देखे, हरी की भर्री में लेडिया के पेड़ में शिव प्रसाद साहू फांसी पर लटका हुआ था। शिवप्रसाद साहू के परिजन रघुनाथ साहू पर शंका व्यक्त की है कि रघुनाथ साहू और उसके परिवार वालों के द्वारा उसके भाई शिवप्रसाद साहू के साथ कुछ घटना की होगी।बिरसा पुलिस ने धर्मराज साहू द्वारा दिए गए बयान के आधार पर मर्ग जांच शुरू की है।
रघुनाथ साहू की उसके मकान में आग लगाकर की गई थी हत्या
इस मार्ग जांच के दौरान ग्राम लोहारीडीह कचरू साहू के गांव के निवासियों ने कचूरु साहू की हत्या करने के संदेह पर रघुनाथ साहू की उसके घर में आग लगाकर हत्या कर दी । इस ग्राम में कानून व्यवस्था की स्थिति गंभीर हो गई थी। जिससे यह मामला और भी गंभीर बन गया था
पुलिस अधीक्षक नागेंद्र सिंह द्वारा इस मामले की गहनता से जांच करने हेतु निर्देश दिए गए थे। मार्ग जांच दौरान मृतक कचरू लाल साहू के सम्बंधित साक्षियो के कथन लिए गए। संदेहियों से अलग-अलग पूछताछ की गई लेकिन संदेहियों के द्वारा गुमराह किया जाता रहा। किंतु संदेही टेकचंद पटेल द्वारा बताए गए कथनों से जांच करने पर हत्या का खुलासा हुआ टेकचंद पटेल रोशन साहू दिनेश साहू और राखी लाल हिरवाने के द्वारा कचरू लाल को उसके ही गमछे से पेड़ पर फांसी पर लटका कर हत्या की गई थी।
कचरू साहू से रघुनाथ का परिवार परेशान था जो उसकी हत्या की वजह बनी
शिव प्रसाद उर्फ कचरू साहू वर्तमान में साहू समाज का लोहारीडीह सर्किल का अध्यक्ष था। जिसने रघुनाथ साहू को समाज से बाहर कर परेशान कर दिया था लेकिन कुछ महा पर्व रघुनाथ साहू के परिवार को समझ में शामिल किया गया था लेकिन कचरू साहू के कारण रघुनाथ साहू के परिवार को फिर से समाज से निकाल दिया गया था कचरू साहू ने अपने साथियों के साथ रघुनाथ साहू की पिछले साल हत्या प्रयास किया था एवं झूठा मुकदमा भी उनके ऊपर थाने में करवा दिया था। पिछले वर्ष का चूरू साहू ने रघुनाथ साहू की पत्नी को सरपंच पद से हटवा दिया था वहीं का चूरू साहू ने रघुनाथ साहू पर अपनी पत्नी के साथ छेड़खानी का झूठा मुकदमा भी करवा दिया था रोमन साहू के परिवार को लंबे समय से समाज में शामिल नहीं किया गया था रोमन साहू के खेत को जानवरों से चरवाह दिया था और खेत के घर में आग लगवा दिया था। कुछ दिनों पूर्व से कचरू साहू रघुनाथ साहू और उसके परिवार को जान से मारने की बार-बार धमकी दे रहा था। कचरू साहू के से तंग आकर रघुनाथ साहू का बेटा दिनेश और रोमन साहू ने कचरू हो की हत्या कम से रास्ते से हटाने का प्लान बनाया
कचरू साहू की हत्या करने बनाए थे प्लान
दिनेश और रोमन ने कचरू साहू के प्रत्येक गतिविधियों की बारीकी से रेकी करना शुरू कर दी थी और वह कचरू साहू के आने जाने उठने बैठने के संबंध में जानकारी लेने लगे इन्हें पता चला कि कचरू साहू का दमोह तरफ आना-जाना लगा रहता है और उन्होंने छत्तीसगढ़ की सीमा के बाहर मध्य प्रदेश में कचरू साहू को निपटने की योजना बनाई और उन्होंने इस प्लान में कचरू साहू के सबसे करीबी दोस्त टेकचंद पटेल को पैसा का लालच देकर अपने इस प्लान में शामिल किया और उन्होंने टेकचंद पटेल को ₹10000 एडवांस भी दिए साथ ही दिनेश और रोमन ने अपने केदार राखी लाल को भी कचरु साहू की हत्या के प्लान में शामिल किये।
चिकन पार्टी के नाम पर बुलाकर की कचरु साहू की हत्या
14 सितंबर को टेकचंद के माध्यम से दिनेश और रोमन को पता चला कि कचरू दमोह तरफ गया है तब इन लोगों ने दमाहे में जाकर प्लान बनाएं और टेकचंद पटेल को चिकन पार्टी के नाम पर कचरु साहू को घटनास्थल बिरसा थाने के बीजाटोला हरि की भरी में बुलाने कहे। शाम 7:00 बजे टेकचंद कचरू साहू को लेकर पहुंचा जहां पर पहले से ही दिनेश साहू रोमन साहू और राखी लाल थे। जिन्होंने कचरू साहू को डंडे से मारपीट के गमछे से उसका गला घोटकर बेहोश कर दिए और जंगल के पेड़ में कचूरु साहू को उसी के गमछे से लटका कर हत्या कर दिए। और इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद सभी लोग वहां से फरार हो गए। अतः बिरसा पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड का एक महीने के भीतर पर्दाफाश करते हुए कचरू साहू की हत्या करने के आरोप में उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
1 महीने के अथक प्रयास से गुथी सुलझाने में सफलता मिली- पुलिस अधीक्षक नागेंद्र सिंह
पुलिस अधीक्षक नागेंद्र सिंह छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के इस सनसनीखेज अंधे हत्याकांड के संबंध में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताई की 15 सितंबर को बरसा थाना क्षेत्र में शिव प्रसाद साहू की पेड़ में फांसी पर लड़की लाश पाई गई थी मर्ग जांच की गई।गहनता से जांच करने पर 1 महीने के अथक प्रयास के बाद पूरी गुथी सुलझाने में सफलता हासिल की मुख्य तौर पर चार आरोपी टेकचंद दिनेश डोमन राखी लाल सभी ने मिलकर दूसरे राज्य में खाना खाने के बहाने कचरू साहू को बुलाकर इस वारदात को अंजाम दिया था। मारपीट करने के बाद मारपीट में कचरू लाल अधमरा होने पर उन्हीं के गमछे से पेड़ में लटकाकर उसे जान से मार दिए घटनाक्रम संवेदनशील होने से प्रत्येक एंगल में जांच की गई पीएम रिपोर्ट में प्रथम दृष्टि में हत्या के साक्ष्य नहीं मिल पा रहे थे। बारीकी से विवेचना की गई और इन आरोपियों द्वारा पुलिस को गुमराह करने दूसरे राज्य में घटना कारित की। घटना के साक्ष्य को इस पर छुपाया गया की हत्या न होकर आत्महत्या प्रतीत हो। इस अंधे हत्याकांड का पर्दावास करने पर पुलिस अधीक्षक नागेंद्र सिंह में बिरसा की पुलिस टीम की सराहना करते हुए उन्होंने 10000रुपये इनाम की घोषणा की है।