नगर मुख्यालय से लगभग १५ किमी. दूर ग्राम पंचायत बुट्टा ह. स्थित पौराणिक शिव मंदिर परिसर में कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव के तत्वाधान में शुक्रवार को प्राकृतिक खेती जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जवाहर नेहरू कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर के पूर्व कुलपति डॉ. पीके बिसेन के मुख्य आतिथ्य में प्रारंभ हुआ जिसमें सर्वप्रथम उपस्थितजनों ने माँ सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्र’वलित कर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव के वैज्ञानिकों ने उपस्थित कृषकों को आदर्श ग्राम बनाने, तकनीकी खेती की उपयोगिता को कैसे अमल में लाकर खेती को कैसे लाभदायक बनाया जा सके एवं संपूर्ण तकनीकी का उपयोग खेती में करने प्रेरित किया और बढ़ती हुई लागत को कम करने के लिए प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए कहा ताकि प्राकृतिक खेती कर फसल का उत्पादन अधिक लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सके। चर्चा में जवाहर नेहरू कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर के पूर्व कुलपति डॉ. पीके बिसेन के बताया कि बुट्टा हजारी में एक दिवसीय प्राकृतिक खेती जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है एवं भारत सरकार का निर्देश है कि किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए जागरूक किया जाये और कृषि विभाग के अधिकारी किसानों के बीच पहुंचकर प्राकृतिक व जैविक खेती के फायदे के बारे में बताये है ताकि किसान उक्त खेती कर अपनी आय को बढ़ा सके और लागत को कम किया जा सके। श्री बिसेन ने बताया कि कृषि विभाग के जो अधिकारी-कर्मचारी क्षेत्र में पदस्थ है वे किसानों के साथ ‘यादा से ‘यादा संवाद कर खेती करने में जो परेशानी आ रही है उसके बारे में उन्हे अवगत करवाये एवं मेरे द्वारा भी वैज्ञानिक व किसानों की आवाज को उठाया जायेगा और संकल्प लेते है कि आगामी समय में ग्राम बुट्टा ह. को आदर्श ग्राम के रूप में स्थापित करेगें एवं मुख्यमंत्री महोदय की जो परिकल्पना है खेत तीर्थ योजना जिसके तहत ग्राम बुट्टा ह. को तीर्थ बनायेगें इसलिए किसानों से अपील है कि प्राकृतिक व जैविक खेती कर उत्पादन अधिक लेकर अपनी आय को मजबूत करें।