महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में अब धीरे-धीरे कमी आ रही है। पहले जहां एक दिन में चार से पांच मरीज भर्ती हो रहे थे। वहीं अब सिर्फ इक्का-दुक्का ही नए मरीज भर्ती हो रहे हैं।
बुधवार को एमवायएच में ब्लैक फंगस का एक मरीज भर्ती हुआ। वर्तमान में यहां पर अभी 94 मरीज भर्ती हुए। बुधवार को ब्लैक फंगस के चार मरीजों की सर्जरी और पांच की एंडोस्कोपी हुई। अब तक एमवायएच में 861 मरीजों की सर्जरी और 1360 की एंडोस्कोपी हो चुकी है। बुधवार को अस्पताल से स्वस्थ होकर चार मरीज अपने घरों को गए। अभी तक अस्पताल से 589 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। एमवायएच में ब्लैक फंगस से 54 मरीजों की मौत हुई है। वर्तमान में अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए 1778 एंटी फंगल इंजेक्शन उपलब्ध है। एमवायएच में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या कम होने से जहां अस्पताल प्रबंधन भी राहत की सांस ले रहा है। यहां भर्ती होने वाले मरीजों को अब एंटी फंगल इंजेक्शन भी आसानी से मिल रहे हैं।
चिकित्सकों के मुताबिक ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज में लंबा समय लगता है। इस वजह से अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या धीरे-धीरे अगले एक महीने के अंदर कमी देखने को मिलेगी। कई मरीजों फालोअप के लिए भी अस्पताल आ रहे हैं और उनमें से कुछ को अस्पताल में भर्ती कर एंडोस्कोपी करने की जरुरत भी होती है। इस वजह से भी मरीजों के संख्या में निरंतरता दिखाई दे रही है।