लालबर्रा क्षेत्र में ९ जनवरी की सुबह से दोपहर ३ बजे तक रूक-रूक कर हुई बारिश से खरीदी केन्द्रों में खुले आसमान के नीचे रखी हजारों क्विंटल धान गीली हो गई और बेमौसम बारिश ने प्रशासन की पोल खोल दी है।
लालबर्रा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा अंतर्गत ९ सेवा सहकारी समिति अंतर्गत १४ धान खरीदी केन्द्रों में गत २९ नवंबर से समर्थन मूल्य में धान की खरीदी की जा रही है किन्तु धान का परिवहन धीमी गति से होने के कारण खरीदी केन्द्रों में खुले आसमान के नीचे रखी हजारों क्विंटल धान भींग चुकी है साथ ही बारिश से किसानों को भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि खरीदी केन्द्रों में अपनी उपज विक्रय करने लाये धान भी भींग गई है।
किसान इस इस बात से चिंतित नजर आ रहे है कि गीली धान शासन के द्वारा नही खरीदी गई तो व्यापारियों को मजबूरी में कम दाम में विक्रय करना पड़ेगा।
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक पर्यवेक्षक डीके लिल्हारे ने बताया कि परिवहन कछुआ गति से होने के कारण किसानों का भुगतान नही हुआ है, परिवहन शुरू हो गया है जैसे-जैस ऑनलाईन परिवहन हो रहा है किसानों के खातों में राशि आना शुरू हो चुकी है और तिरपाल ढालकर खरीदी गई धान को भींगने से बचाने का प्रयास किया गया है और मौसम साफ होते की खरीदी कार्य शुरू कर दिया जायेगा।