इंदौर आईजी के निर्देश पर खरगोन और खंडवा के पुलिस अधीक्षकों ने आज भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने अवैध रूप से मोरटक्का पुल से गुजरने वाले वाहनों के मामले में आज पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
खरगोन के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने बताया कि बड़वाह के समीप नर्मदा नदी पर स्थित मोरटक्का के पुल से अवैध रूप से वाहन गुजरने की शिकायतों को लेकर कार्रवाई की गई है। बड़वाह थाने में पदस्थ एक इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को निलंबित कर पुलिस लाइन से अटैच कर दिया गया है। इसी तरह खंडवा के पुलिस अधीक्षक ने भी मोरटक्का पुलिस चौकी प्रभारी व एक कांस्टेबल को निलंबित किया है। मोरटक्का का पुल खंडवा और खरगोन दोनों जिलों में आता है।
खरगोन के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मोरटक्का के पुल के कमजोर हो जाने पर NHAI ने 20 टन से अधिक भार के वाहनों का इस पुल से गुजरना प्रतिबंधित किया है। हालांकि NHAI ने एनटीपीसी से फ्लाई ऐश ले जाने वाले 152 वाहनों, नेशनल हाइवे के निर्माण के लिये सामग्री ले जाने वाले वाहनों, खाली वाहनों, 20 टन वजन से कम के वाहनों के लिए छूट दी है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 20 टन से अधिक वजन के वाहनों के लिए भी सुबह और शाम कुछ समय के लिए छूट दी गई है।
उन्होंने बताया कि ऐसे में कौन से वाहन वहां रोके जाएं और कौन से छोड़ें जाएं, यह पुलिस बल को निर्धारित करना कठिन होता है। इसके अलावा शनिवार और रविवार को नर्मदा के घाटों व आश्रमों पर होने वाली भीड़ को भी पुलिस बल को संभालना होता है। यहां से राशि वसूली की शिकायतों को लेकर इंदौर ग्रामीण ज़ोन के आईजी अनुराग को अवगत कराया गया था।