जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत मुरझड़ के वार्ड नंबर 3 स्थित बोडी तालाब में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इसके साफ सफाई सौंदरीकरण सहित सुरक्षा के इंतजाम करने को लेकर वार्ड वासियों के द्वारा मांग की जा रही है जिससे कि उन्हें हो रही समस्याओं का सामना न करना पड़े। प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड नं 3 में उक्त स्थान पर बहुत पुरानी बोडी तालाब बना हुआ था जिसका बीते करीब 7 वर्ष पर पूर्व सौंदरीकरण के तहत गहरीकरण सीमेंटीकरण एवं प्रतिमा स्थापना के लिए स्टेज का निर्माण करवाया गया था। जिसके बाद से वह यथावत स्थिति में पड़ा हुआ है जहां पर प्रतिवर्ष बारिश का पानी जमा होता है जो सड़ने के बाद इसकी बदबू सभी को परेशान करती है। वर्तमान में हवा के साथ बदबू व मच्छर लोगों के घरों तक पहुंच रही है तो वही तालाब में पानी भरा हुआ है सुरक्षा की दृष्टि से बच्चों के साथ दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। जिस पर अब तक किसी प्रकार से पंचायत के द्वारा ध्यान नहीं देने की बात कहीं जा रही है जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामने करना पड़ रहा है।
कभी भी हो सकती है दुर्घटना
यहां यह बताना लाजिमी है कि वह तालाब में पानी भरा हुआ है इसके आसपास पंचायत के द्वारा मार्ग का निर्माण कर दिया गया है जहां किनारे पर लोगों के मकान है। ऐसे में मकान में रहने वाले नौनिहाल बच्चे एक दो बार खेलते खेलते तालाब के स्टेज और तालाब के पास तक चले गए थे जिन्हें उनके परिवार द्वारा देखकर वापस ला लिया गया। इस प्रकार कभी भी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है वही जो स्टेज तालाब में बनाया गया है उस पर भी कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं। जहाँ रेलिंग व जाली लगाने की मांग की जा रही है।
गंदगी स्वास्थ्य पर डाल रही है असर
तालाब के चारों तरफ बाड़ी बेला और बड़े-बड़े वृक्ष है जिनका फूल पत्ती सब पानी में गिरकर सड़ रहा है यह पानी निकासी का कोई साधन नहीं है जिससे पानी वहीं पर सूख जाता है। जिससे भयंकर बदबू और मच्छरों की का अंबार लगा हुआ है यह बदबू और मच्छर लोगों के घरों में प्रवेश कर उनकी सेहत पर असर डाल रहे हैं जिससे वार्ड के लोगों को बीमार भी होना पड़ रहा है। इस प्रकार लोगों को आर्थिक नुकसान भी पहुंच रहा है वह चाहते हैं कि इस समस्या का स्थाई समाधान हो ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
वार्डवासी ललिता मेश्राम ने पदमेश से चर्चा में बताया कि यह वार्ड नंबर तीन है जहां पर शाम को हवा के साथ बदबू घरों में आती है जिससे भयंकर परेशानी प्रत्येक घर वाले को होती है। रात्रि में और सुबह खाना खाने की परेशानी है क्योंकि तालाब की दुर्गंध के कारण खाना नहीं खा पाते हैं 5 से ज्यादा वर्ष हो गए इसकी साफ सफाई नहीं हुई है। यदि साफ सफाई भी प्रतिवर्ष होती तो आज इतनी गंदगी यहां पर नहीं होती।
वार्डवासी बाबूलाल मारुति ने बताया कि उनका मकान तालाब के किनारे है जहां तालाब की बदबू चलती रहती है पास में बच्चे भी खेलते हैं यदि कोई कभी तालाब में गिर जाए तो एक बड़ी दुर्घटना हो सकती है। पूरा खंडार जैसा बना हुआ है इसकी साफ सफाई हो जाती आसपास जाली लग जाती तो ठीक होता क्योंकि बच्चे बूढ़े सभी आना-जाना यहीं से करते हैं। बदबू के कारण घर में रहना दुर्भर है घर बंद कर रहना पड़ता है इसकी पानी निकासी नहीं है जो पहले थी उसे बंद कर दिया गया है पंचायत को बोला है पर अभी तक कोई काम समझ नहीं आया।
वार्डवासी भाऊलाल डोंगरे ने बताया कि यहां का पानी गंदा है बदबू आता है मच्छर भी उसमें पनप रहे हैं शाम को बदबू के साथ मच्छर भी घरों के अंदर प्रवेश करते हैं जो स्वास्थ्य पर असर डाल रहे हैं। इससे हम बीमार हो रहे हैं फिर हम डॉक्टर के पास जाते हैं जहां पर आर्थिक नुकसान भी सहते हैं हमारे पड़ोस का एक छोटा लड़का दो बार तालाब के किनारे गया जिसे उठाकर लाया गया। तालाब में जो स्ट्रक्चर बनाया गया है उस पर से लोग चलते हैं तो वह हिलता है पंचायत को इसके साफ सफाई करना था और जो पानी आने और निकालने के लिए पाइप डाला हुआ है उसे खोलना था ताकि यहां का पानी बदलते रहे।
श्रीमती अंतरा भीमटे ने बताया कि वह इस वार्ड की पंच है इस तालाब के संबंध में कोई हमारी नहीं सुन रहा है दीपावली के पहले हमने पंचायत को साफ सफाई के लिए कहा था पर उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। आसपास बहुत गंदगी है 7 वर्ष हो गए यह बना हुआ है पर सफाई कभी नहीं हुई जो होना चाहिए। यदि पंचायत चाहे तो यहां पर बहुत अच्छा तालाब बन सकता है परंतु वर्तमान में लोगों को तालाब से खतरा बना हुआ है जिनकी सुरक्षा के लिए कार्य करना चाहिए।
सरपंच प्रतिनिधि मनोज गौतम ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि मौके पर एक बोडी थी जहां बहुत ज्यादा गंदगी थी जिसे तालाब के रूप में विकसित कर उसका कायाकल्प किया गया था। जिसमें पानी लाने के लिए 127 मीटर की पक्की सीमेंट नली बना दी गई है और निकासी के लिए नाली बनाना है परंतु आचार संहिता के कारण कार्य रुका हुआ है आचार संहिता हटते ही नाली की स्वीकृति करवा कर थोड़ी दूर की नली जो बच्ची है उसका कार्य पूरा कर दिया जाएगा। इस तालाब के पानी को बदलते रहने के लिए नहर की नली से जोड़ दिया गया है जिससे गर्मी में जल स्तर भी बना रहेगा। वही साफ सफाई भी करवा दी जाएगी जो प्रतिवर्ष करवाई जाती है।