ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को कहा कि देश में लॉकडाउन चार हफ्ते बढ़ाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार हफ्ते लॉकडाउन बढ़ाने का मतलब है कि पाबंदियां अब 19 जुलाई तक जारी रहेंगी।
जॉनसन के इस ऐलान के बाद देश के कई हिस्सों में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। सरकार कुछ हफ्तों से संकेत दे रही थी कि नए डेल्टा वैरिएंट के फैलने की वजह से उसे सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं। दूसरी तरफ, ईरान ने ऐलान किया है कि उसने कोरोना वायरस से निपटने के लिए अपनी वैक्सीन तैयार कर ली है।
डेल्टा वैरिएंट खतरनाक
जॉनसन ने मीडिया से बातचीत में कहा- देश में डेल्टा वैरिएंट के कुछ मामले सामने आए हैं। हम सभी जानते हैं कि यह वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है और देश के लिए ये बेहद घातक साबित हो सकता है। लिहाजा, इससे बचने के लिए हम पाबंदियां चार हफ्ते बढ़ाने जा रहे हैं। इससे हमें वैक्सीनेशन तेज करने में भी मदद मिलेगी। मुझे लगता है कि लोगों को थोड़ा गंभीर होकर यह बात सोचनी होगी कि हम किन हालात से गुजर रहे हैं।
देश में लॉकडाउन पहले 21 जून को हटाया जाना था, लेकिन अब यह 19 जुलाई तक जारी रहेगा। जॉनसन ने आगे कहा- अब हम 40 से ज्यादा उम्र वालों के लिए वैक्सीन की सेकंड डोज लगाने पर भी फोकस करेंगे। 50 से ज्यादा उम्र वालों के लिए यह काम हम पहले ही कर चुके हैं। 28 जून को एक बार फिर हम हालात का जायजा लेंगे। इसके बाद अगले कदम की जानकारी दी जाएगी।
ईरान को मिली वैक्सीन
ईरान के स्टेट मीडिया ने सोमवार रात ऐलान किया कि देश ने अपनी वैक्सीन तैयार कर ली है और देश की मेडिकल रेग्युलेटरी ने इसके इमरजेंसी इस्तेमाल को भी मंजूरी दे दी है। मिडल ईस्ट के देशों में ईरान सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। ईरान की यह कामयाबी इसलिए भी मायने रखती है कि एटमी प्रोग्राम के चलते उस पर कई प्रतिबंध हैं। इन्हीं वजहों से उसे मेडिकल इक्युपमेंट्स और वैक्सीन खरीदने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
इस वैक्सीन को COVIran नाम दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इस वैक्सीन का अब बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी देश की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी शिफाईरान को सौंपी गई है। वैक्सीन की एफिकेसी के बारे में अब तक जानकारी नहीं दी गई है।