लंदन : भारत में कोरोना के मामलों में बेतहाशा वृद्धि होने के बाद दुनिया के देश यहां के नागरिकों से एक तरह से दूरी बनाने लगे हैं। हांग कांग के बाद अब ब्रिटेन ने भारत को अपनी ‘रेड लिस्ट’ में डाल दिया है। इस प्रतिबंध के अनुसार भारत के यात्रियों के ब्रिटेन में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के भारत दौरे का कार्यक्रम रद्द होने के कुछ समय बाद ब्रिटेन की सरकार ने यात्रा पर ‘रेड लिस्ट’ की सूची में भारत को शामिल किया। भारत की यात्रा से लौटे नागरिकों को होटल में 10 दिनों तक क्वरंटाइन में रहने के लिए कहा गया है।
ब्रिटेन की ‘रेड लिस्ट’ में 40 देश शामिल
ब्रिटेन की सरकार ने अपनी इस ‘रेड लिस्ट’ में कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित करीब 40 देशों को शामिल किया है। यदि कोई व्यक्ति पिछले 10 दिनों में इन 40 देशों में रहा है तो उसे ब्रिटेन में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ब्रिटने सरकार की एक वेबसाइट पर यात्रा नियमों के बारे में बताते हुए कहा गया है, ‘यदि आप ब्रिटेन या आयरलैंड के नागरिक हैं अथवा ब्रिटेन में आप रहने का अधिकार रखते हैं तो आपको आने दिया जाएगा। आपको सरकार द्वारा मंजूरी प्राप्त होटल में 10 दिनों तक क्वरंटाइन में रहना होगा।’
भारत से आए लोगों के लिए 10 दिनों का क्वरंटाइन
ब्रिटेन ने गत 9 अप्रैल को अपनी ‘रेड लिस्ट’ में बांग्लादेश, केन्या, पाकिस्तन, ओमान, कतर, दक्षिण अफ्रीका और फिलिपींस को शामिल किया। अन्य देशों के यात्रियों से अपनी कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अपने साथ लाने के लिए कहा गया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने संसद को बताया कि ब्रिटेन और आयरलैंड के नागरिक जिन्होंने पिछले 10 दिनों में भारत की यात्रा की है उन्हें यहां पहुंचने के बाद होटल में 10 दिनों तक क्वरंटाइन में रहना होगा।
भारतीय वैरिएंट के वायरस की जांच के बाद फैसला
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक हैंकॉक ने कहा कि ‘भारतीय वैरिएंट’ में क्या कोई ‘चिंता करने वाली बात’ है, इसका पता लगाने के लिए वायरस की जांच की गई है। इसकी जांच करने के बाद हमने एहतियाती कदम उठाते हुए भारत को ‘रेड लिस्ट’ में डालने का एक कठिन लेकिन अहम फैसला लिया गया है।