कोरोना के खिलाफ दुनियाभर में जारी जंग में ब्रिटेन ने इसके खिलाफ एक नए बूस्टर टीके को ईजाद किया है जो वायरस के मूल और ओमिक्रोन दोनों स्वरूपों के खिलाफ कारगर है। इसके साथ ही ब्रिटेन पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने इस प्रकार के टीके को मंजूरी दी है। देश के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को इसकी घोषणा की। औषध नियामक संस्था एमएचआरए ने कहा कि उसने कोरोना वायरस के खिलाफ मॉडर्न टीके को मंजूरी दी क्योंकि इसे सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावशीलता के मानकों पर खरा पाया गया।
नियामक ने कहा कि बूस्टर टीका स्पाइकवैक्स बाइवैलेंट ओरिजिनल ओमिक्रोन की प्रत्येक खुराक का आधा हिस्सा (25 माइक्रोग्राम) मूल स्वरूप के खिलाफ काम करता है, जबकि दूसरा आधा हिस्सा ओमिक्रोन को निशाना बनाता है। एमएचआरए की मुख्य कार्यकारी डॉ. जे राइन ने कहा कि उन्हें नए बूस्टर टीके को मंजूरी दिए जाने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जो नैदानिक परीक्षण में ओमिक्रोन के साथ ही 2020 के मूल स्वरूप के खिलाफ कारगर पाया गया।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में इस्तेमाल किए जा रहे टीकों की पहली पीढ़ी बीमारी के खिलाफ अहम सुरक्षा प्रदान करती है और लोगों के जीवन को बचाती है। उन्होंने कहा कि वायरस के दो स्वरूपों के खिलाफ काम करने वाले इस टीके से लोगों को बीमारी से बचाने में मदद मिलने की पूरी उम्मीद है, क्योंकि वायरस का स्वरूप बदलना जारी है।
नियामक ने कहा कि साक्ष्यों की सावधानीपूर्वक समीक्षा किए जाने के बाद विशेषज्ञ वैज्ञानिक सलाहकार निकाय और मानव चिकित्सा आयोग ने ब्रिटेन में इस बूस्टर टीके को मंजूरी देने के फैसले का समर्थन किया। इसके साथ ही नियामक ने यह भी कहा कि उसका फैसला नैदानिक परीक्षण के आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें दिखाया गया कि बूस्टर मॉडर्न टीका ओमिक्रोन के साथ ही 2020 के मूल स्वरूप के खिलाफ कारगर पाया गया। इसके अलावा ओमीक्रोन के उप-स्वरूपों बीए.4 और बीए.5 के खिलाफ भी इसे कुछ हद तक कारगर पाया गया।