कोविड की विशेष परिस्थितियों के मद्देनजर राज्य शासन की उदार अनुकंपा नियुक्ति योजना का लाभ मिलने लगा है। जिले में इसके तहत ससुर की जगह बहू को नौकरी दी गई। यह इस तरह का प्रदेश का भी पहला मामला है।
जिले के भागीरथ यादव आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था मर्यादित में सहायक पद पर कार्यरत थे। उनकी 11 अप्रैल को कोरोना से मौत हो गई थी। उनकी पत्नी किरण 17 अप्रैल और पुत्र प्रमोद का निधन भी आठ अप्रैल को हो गया था। इससे परिवार में बहू शर्मिला और उनके दो बेटे छह वर्षीय शिवांश और दो वर्षीय शिवाय ही बचे। इस विशेष परिस्थिति के मद्देनजर बहू शर्मिला ने अनुकंपा नियुक्ति का आवेदन संचालक मंडल को सौंपा था।
चूंकि अनुकंपा नियुक्ति में पत्नी, पुत्र और अविवाहित पुत्री ही शामिल हो सकते हैं, इसके मद्देनजर संचालक मंडल ने इस पर कलेक्टर से मार्गदर्शन चाहा। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने विशेष प्रकरण मानकर अनुशंसा सहित आयुक्त सहकारिता व पंजीयक सहकारी संस्थाएं को प्रेषित किया। जहां से बहू को अनुकंपा नियुक्ति देने की सहमति मिल गई।
मुख्यमंत्री की उदार नीति से लाभान्वित बहु ने व्यक्त किया सभी का आभार
मुख्यमंत्री की कोविड विशेष परिस्थितियो के मददेनजर घोषित उदार निति के तहत अनुकम्पा नियुक्ति प्राप्त होने पर बड़वानी की बहू शर्मिला यादव ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान का आभार व्यक्त करते हुये विश्वास जताया कि अब उनके दोनो पुत्र शिवांस एवं शिवाय का भविष्य वे बेहतर बना सकेंगी । शर्मिला यादव को अपने ससुर के स्थान पर आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था बड़वानी में कनिष्ठ विक्रेता के पद पर नियुक्ति हुई है। यह नियुक्ति पत्र उन्हें कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने बुधवार को आदर सहित सौंपा है।