भट्टी की माफिक तप रहा बालाघाट जिला

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जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण अंचलों में पिछले 4 दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। जहा आग उगलती सूरज की किरणों और उमस भरी चिलचिलाती धूप ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया।इसी बीच अब नौतपा की भी शुरुवात हो गई है।पिछले तीन दिनों से तापमान में लगातार बढ़ते जा रहे हैं इसी तापमान ने पुनः जिलेवासियों को हलाकान कर रखा है। जिसके चलते लोग अब रात दिन कूलर और पंखे के बिना नहीं रह रहे हैं। अब दिन और रात दोनों गर्म होने लगे हैं।तापमान में लगातार आ रहे उछाल के बीच आज 25 मई से नौतपा की शुरुआत हो रही हैजो 2 जून तक चलेगी।हालांकि मौसम विभाग द्वारा इस नौतपा पर बारिश होने के संकेत दिए गए हैं तो वहीं इस नौतपा में तापमान नरम गर्म रहने की संभावना व्यक्ति की गई है

43 डिग्री पर पहुँचा तापमान
एक बार फिर तापमान में आए उछाल के बीच शुक्रवार को पूरा दिन उमस भरी चिलचिलाती धूप देखी गई।जहा गर्म हवाओं के बीच शहर का अधिकतम तापमान पहली बार 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 27डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।लगातार बढ़ते जा रहे इस तापमान के चलते जिले भर मे भीषण गर्मी पड़ रही है। वही मौसम विभाग ने नौतपा तक मौसम के कुछ इसी तरह बने रहने की बात कहते हुए मध्य नौतपा के बाद इस भीषण गर्मी से राहत मिली संभावना जताई है

क्या है नौतपा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य घूमते हुए मध्य भारत के ऊपर आ जाता है. जब सूर्य कर्क रेखा के पास पहुंच जाता है तब वह 90 डिग्री की पोजीशन में होता है।सूर्य और पृथ्वी की कम होने की वजह से सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ती हैं. इसी कारण तापमान बढ़ जाता है।जिससे मई माह में दिन बड़े होते हैं और रेडिएशन भी ज्यादा हो जाता है। यही वजह है कि पृथ्वी इन दिनों भट्टी की तरह तपती है.पृथ्वी के तपने के कारण ही नौतपा में लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होता है।जिसका शुरुवाती असर पिछले 3 दोनों से नौतपा लगने से पूर्व ही स्पष्ट देखने को मिला है ।

2 मई तक रहेगा नौतपा
आज 25 मई से ही नौतपे की सुरुवात हो चुकी है।
नौतपा के पहले दिन के साथ ही सूर्य की किरणें आग उगलने लगी है। तेज तपिश व चिलचिलाती धूप से दोपहर के समय लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। मई माह के अंतिम सप्ताह में ऊमस काफी बढ़ गई है। दोपहर के समय शरीर को जलाने वाली धूप तप रही है। जिससे मौसमी बीमारी भी बढ़ रही है। मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में भी दोपहर के समय लोग घर में दुबक रहे हैं और सडक़ों पर सन्नाटा नजर आ रहा है।दोपहर के समय लोग पूरा शरीर ढंककर ही घर से निकल रहे है ।तेज धूप व उमस के चलते बुखार, दस्त व आंखों में जलन एवं लू लगने की शिकायतो को लेकर मरीज जिला अस्पताल आने लगे है।

शाम को रहती है बाजारों में रौनक
मौसम का मिजाज इतना गरम हो गया है कि सुबह 11 बजे से धूप तेज लगने लगती है। जिससे लोग दोपहर में घर से नहीं निकल रहे है। इससे बाजारों में भी दोपहर के समय सन्नाटा सा रहता है। वही नगर की सड़कें वीरान नजर आ रही है।मौसम ठंडा होने पर शाम के समय बाजारों में लोगों की भीड़ अधिक देखी जा सकती है।

शीतल पेय की बढ़ी मांग
गर्मी व धूप तेज होने से शीतल पेय की मांग बढ़ गई है। बाजारों में गन्ना रस, जूस, नींबू पानी शरबत व लस्सी एवं कोलड्रिक्स की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। शीतल पेय की मांग बढऩे से जगह-जगह गन्ना रस व आइस्क्रीम के ठेले दिखाई दे रहे हैं।

चिकित्सकों ने जारी की एडवाइजरी
इस पूरे मामले को लेकर दुरभाष पर की गई चर्चा के दौरान जिला अस्पताल सिविल सर्जन डॉक्टर निलय जैन ने बताया कि हर किसी को धूप से बचने का प्रयास करना चाहिए ,जितना अधिक हो सके पानी का सेवन करें ,धूप में कम निकले अति आवश्यक काम होने पर ही घर से बाहर जाएं लेकिन गमछा या रुमाल से अपने सर को ढक कर रखें। उन्होंने आगे बताया कि गर्मी के दिनों में अक्सर मरीजों की संख्या अधिक बढ़ जाती है। गर्मी में अपचन की समस्या अधिक बढ़ जाती है इसीलिए अधिक से अधिक पानी का सेवन करे, शरीर में पानी की कमी नहीं होने दे, वही धूप से अपने आप को बचाने का प्रयास करे। स्वास्थ सम्बधित समस्या होने और जल्द चिकिसको दिखाए।जितना हो सके धूप से बचकर रहे।

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