मध्य प्रदेश के नगरीय, जिला और जनपद पंचायत के चुनाव में ज्यादा से ज्यादा महत्वपूर्ण पदों पर अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने के लिए पक्ष और विपक्ष में होड़ लगी है। भारतीय जनता पार्टी को जहां स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।अथवा जोड़-तोड़ के लिए जीते हुए सदस्यों का समर्थन आवश्यक होगा। वहां भाजपा के बागी प्रत्याशियों को वापिस लेने की प्रक्रिया त्वरित रूप से की जाएगी।
मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बीडी शर्मा के बीच हुई चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है। जनपद, जिला पंचायत और नगरीय निकायों के महत्वपूर्ण पदों पर ज्यादा से ज्यादा भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को निर्वाचित कराने के लिए, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की जिलेवार ड्यूटी लगाई गई है। साम दाम दंड भेद अधिकांश नगरीय निकाय, जिला एवं जनपद पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए बाड़ेबंदी शुरू कर दी गई है। मंत्री विधायक हर पल की जानकारी ले रहे हैं। जोड़ तोड़ के लिए जो भी जरूरी होगा। उसके लिए तुरंत कार्यवाही कर ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर सरकार और भाजपा संगठन काम कर रहा है। सबसे अच्छी बात यह है चुनाव के पहले भाजपा के जिन बागी उम्मीदवारों को पार्टी से बाहर निकाला गया था।यदि वह चुनाव जीत गए हैं,तो उन्हें पार्टी में वापस लेकर मुख्यधारा से जोड़ कर उनका समर्थन लेकर निलंबन समाप्त किया जाएगा।आवश्यक होने पर उन्हें महत्वपूर्ण पद से भी नवाजा जाएगा।