मध्यप्रदेश में भाजपा समर्थित 170 प्रत्याशियों में से 113 अध्यक्ष चुने गए। प्रदेश में हुए जनपद पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा को एकतरफा जीत मिली है। जनपद पंचायत अध्यक्ष का चुनाव प्ररोक्ष प्रणाली (सदस्यों द्वारा) और गैर दलीय आधार पर होता है लेकिन अध्यक्ष के निर्वाचन में राजनीतिक दलों का पूरा दखल रहता है। यही कारण है कि दोनों दलों ने पिछले 15 दिनों से अपने-अपने समर्थक सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर रखा हुआ था और उन्हें सीधे निर्वाचन स्थल पर ही लेकर आए। जनपद पंचायत अध्यक्षों के निर्वाचन में आज भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की अभूतपूर्व विजय पर मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्ममंत्री शिवराज सिंह चौहान को मिठाई खिलाकर बधाई दी। कांग्रेस के खाते में 46 जनपद पंचायत के अध्यक्ष पद आए हैं। वहीं, 11 स्थानों पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सहित स्वतंत्र प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। गौरतलब है कि 313 जनपद पंचायत के लिए जून में मतदान कराया गया था। दूसरे चरण में 143 जनपद पंचायत के चुने गए सदस्य गुरुवार को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव करेंगे। दतिया। बसई क्षेत्र के वार्ड 3 नयाखेड़ा जनपद पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्य गिरवर लोधी की बुधवार सुबह हृदयघात से ग्वालियर जिले की डबरा तहसील में मौत हो गई। 53 वर्षीय गिरवर लोधी ने प्रतिद्वंदी मनोज कुमार को 833 वोटें के बड़े अंतर से हराया था। जनपद अध्यक्ष दतिया को लेकर चल रही रायशुमारी के लिए वह भाजपा सर्मर्थित अन्य जनपद सदस्यों के साथ भोपाल में थे। जहां से मंगलवार रात डबरा लौटे थे। दतिया जनपद में 25 में से 22 सदस्य भाजपा समर्थित होने के कारण यहां कांति यादव के निर्विरोध चुना जाना तय था। सभी सदस्यों को औपचारिकता के लिए दतिया आना था, परंतु इससे पहले ही उनकी मौत हो गई। हरदा जिले की दो जनपद पंचायत हरदा और टिमरनी में कांग्रेस की वापसी हुई। यहां पर कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष बने हैं। इसमें हरदा जनपद पंचायत में कृषि मंत्री कमल पटेल ताऊजी की बेटी रेवा धर्मेंद्र पटेल कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष चुनीं गईं हैं। उन्हें 13 वोट मिले, जबकि प्रतिद्वंद्वी भाजपा समर्थित यशवंत पटेल को 12 वोट मिले। हरदा जनपद पंचायत में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस ने 22 साल बाद वापसी की है। इसी प्रकार टिमरनी जनपद पंचायत में कांग्रेस 28 वर्ष बाद अपना अध्यक्ष बना पाई है।