भारतीय पर्यटकों का जर्मनी घूमने का जोश हाई पर, वीजा मिलने में लग रहे तीन माह

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कोरोना के बाद भारतीयों में घूमने फिरने का कुछ ज्यादा ही जोश है। चाहे देश में घूमना हो या विदेश, हर तरफ बस निकल पड़े हैं। तभी देहरादून-मसूरी में हर सप्ताह में सड़क पर जाम लग रहा है। यही हाल विदेश घूमने वाले पर्यटकों का भी है। जर्मनी जाने वाले पर्यटकों की संख्या इतनी बढ़ी है, कि वीजा मिलने में तीन महीने से अधिक का वक्त लग रहा है। लेकिन अब स्थिति सुधरेगी। जर्मना का कहना है भारत स्थित वीजा कार्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया जा रहा है। मैनपावर भी अतिरिक्त रखे जा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि कुछ ही महीने में एक सप्ताह में ही वीजा मिलने लगेगा।
भारत स्थित जर्मन नेशनल टूरिस्ट ऑफिस के प्रमुख का कहना है कि कोरोना के बाद अब पर्यटन उद्योग तेजी से वापसी कर रहा है। इस दौरान जर्मनी के पर्यटन में सालाना आधार पर 214 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। जहां तक भारतीय पर्यटकों की बात है, तब अपनी संस्कृति और आकर्षण के कारण यूरोप जाने वाले भारतीयों के लिए जर्मनी सबसे अच्छा गंतव्य बन रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, लगातार पांचवे साल जर्मनी नेशन ब्रांड्स इंडेक्स में पहले स्थान पर बना हुआ है। सांस्कृतिक केंद्रों से लेकर आर्किटेक्चर, खानपान की व्यवस्था और कम दूरी पर ही नई शानदार जगहों के साथ जर्मनी अपने यहां आने वालों को सर्वश्रेष्ठ यात्रा का अनुभव देता है। टूरिस्ट ऑफिस के प्रमुख बताते हैं कि भारतीय पर्यटकों के बीच बढ़ती मांग को देखते हुए जर्मन नेशनल टूरिस्ट बोर्ड नया कैंपेन शुरू कर रहा है। इसमें जर्मनी की प्रकृति और सांस्कृतिक विशेषताओं के हर पहलू को दिखाते हुए इस सस्टेनेबल टूरिज्म अट्रैक्शन के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। कैंपेन में जर्मन लोकल कल्चर और एंब्रेस जर्मन नेचर में पीढ़ियों, परंपराओं और विभिन्न संस्कृतियों के शांतिपूर्ण समभाव को खूबसूरती के साथ दर्शाया जाएगा।
भारतीय पर्यटकों की बात करें, तब भारतीयों के यूरोप ट्रिप में 9 फीसदी हिस्सेदारी जर्मनी की है। 55 फीसदी भारतीय घूमने के लिए जर्मनी जाते हैं, जबकि 38 फीसदी बिजनस के लिए जर्मनी जाते हैं। दरअसल, आप दिल्ली से फ्रैंकफर्ट आठ घंटे में पहुंच सकते हैं। यही नहीं, भारत से जर्मनी के फ्रैंकफर्ट, म्यूनिख, स्टटगर्ट जैसे शहरों के लिए रोजाना चलने वाली कई फ्लाइट है। इसकारण जर्मनी भारतीय पर्यटकों का पसंदीदा रहा है। जर्मनी को उम्मीद है कि कोरोना के कारण लगे प्रतिबंधों में ढील के बाद इस त्यौहारी सीजन में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। उल्लेखनीय है कि अब सभी पर्यटक वैक्सीनेशन का स्टेटस बताए बिना और निगेटिव टेस्ट के बिना जर्मनी जा सकते हैं।
अभी भारतीयों को जर्मनी का वीजा लेने के लिए तीन महीने से ज्यादा का इंतजार करना पड़ता है। यदि आप आज वीजा के लिए अप्लाई करते हैं, तब आप तीन महीने बाद के बाद आपको अपांइटमेंट मिलेगा। इसके बाद यदि आपको वीजा ग्रांट किया जाता है तो फिर एक सप्ताह का वक्त वीजा जारी करने में लगेगा। मतलब साढ़े तीन महीने तब इसमें आराम से निकल जाते हैं।

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