चार प्रमुख समुदायों से जुड़े भारतीय मूल के हजारों यहूदी भारतीय यहूदियों पर केंद्रित छठे राष्ट्रीय अधिवेशन में हिस्सा लेने के लिए उत्तरी इजराइल के पेटा टिकवा शहर में एकत्रित हुए। इस दौरान भोजन, संगीत, नृत्य, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, योग कार्यशाला के साथ कई सांस्कृतिक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। अधिवेशन को लेकर समुदाय में उत्साह ऐसा था कि आयोजन की घोषणा के कुछ ही दिनों के भीतर पंजीकरण की आवंटित संख्या पूरी हो गई थी। समुदाय इस कार्यक्रम का आयोजन इजराइल में भारतीय दूतावास और पेटा टिकवा की नगर पालिका के सक्रिय सहयोग से कर रहा है। पेटा टिकवा के मेयर रामी ग्रीनबर्ग ने इजराइल में भारतीय यहूदी समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने हर संभव तरीके से देश के विकास में योगदान दिया है। इसमें रक्षा, राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में भारत के साथ इजराइल के मजबूत रणनीतिक संबंध भी शामिल हैं। यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि कैसे भारत के बेने मेनाशे, बेने इजराइल, कोचीन और बगदादी यहूदी अपनी जड़ों से संपर्क बनाए रखने में कामयाब रहे हैं।
भारतीय दूतावास के प्रभारी राजदूत राजीव बोडवाडे ने अधिवेशन को समृद्ध विविधता और भारतीय मूल के यहूदियों के चार प्रमुख समुदायों की अनूठी परंपराओं की स्वीकृति के रूप में वर्णित किया। बोडवाडे ने कहा कि भारतीय यहूदी समुदाय काफी हद तक अपने तक ही सीमित थे और अपने भारतीय मूल और संस्कृति का जश्न मनाने के लिए विशेष कार्यक्रम और समारोह आयोजित करते थे लेकिन अब भारत सरकार के प्रयासों से चार समुदाय एक साथ आए हैं और पिछले एक दशक में संयुक्त रूप से भारतीय यहूदियों के पांच राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया है।