भारत के 1 लाख श्रमिकों को नौकरी…. चीन ने चली घिनौनी चाल, ताइवान ने ‘मिल्‍क-टी’ से दिया करारा जवाब

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चीन की बढ़ती दादागिरी से निपटने के लिए भारत और ताइवान के बीच दोस्‍ती लगातार गहराती जा रही है। ताइवान की कंपनियां जहां भारत में अरबों डॉलर का निवेश कर रही हैं, वहीं अब ताइवान चाहता है कि भारत के ज्‍यादा से ज्‍यादा श्रमिक उनके देश में आएं ताकि अर्थव्‍यवस्‍था को गति दिया जा सके। पिछले सप्‍ताह यह खबर भी आई कि ताइवान भारत के साथ एक समझौता करने जा रहा है जिससे 1 लाख भारतीयों को नौकरी का रास्‍ता साफ हो जाएगा। हालांकि बाद में ताइवान के श्रम मंत्रालय ने इस खबर को ‘गलत’ बताया। हालांकि ताइवान ने माना कि दोनों देशों के बीच में श्रमिकों को लेकर बातचीत चल रही है लेकिन अभी तक उसे अंतिम मंजूरी नहीं दी गई है। भारत और ताइवान के बीच हो रही इस डील पर चीन ने घिनौनी चाल चलनी शुरू कर दी और सोशल मीडिया पर नस्‍ली टिप्‍पणी को फैलाना शुरू कर दिया।

ताइवान के विदेश मंत्रालय ने अब एक बयान जारी करके चीन की इस चाल को बेनकाब कर दिया है। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा, ‘एक बहुलवादी देश होने के नाते ताइवान काफी सामाजिक विविधता को बढ़ावा देता है। ताइवान बिना किसी भेदभाव के प्रवासी वर्कर्स को लंबे समय से ले लगाता रहता है। इसमें भारत से आने वाले कामगार भी शामिल हैं।’ ताइवान ने कहा कि हम न्‍यू साउथ बाउंड पॉलिसी का पालन कर रहे भारत के साथ अच्‍छे रिश्‍ते का आनंद उठा रहे हैं और श्रमिकों को लेकर सहयोग को और ज्‍यादा बढ़ाने की इच्‍छा रखते हैं।

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