भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भले ही जिम्बाब्वे दौर पर नहीं आए हों, लेकिन वे एशिया कप को लेकर तैयारी में जुटे हुए हैं। टूर्नामेंट के मुकाबले 27 अगस्त से यूएई में होने हैं। भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत 28 अगस्त को दुबई में होनी है। यह मैच दोनों टीमों के लिए दबाव वाला होगा। पिछले साल यूएई में हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद दोनों टीमें एक-दूसरे के खिलाफ उतरेंगी। पिछले साल पाकिस्तान ने टीम इंडिया पर 10 विकेट से बड़ी जीत दर्ज की थी। पहले तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने शानदार प्रदर्शन किया था। फिर बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान दोनों ने नाबाद अर्धशतक लगाकर पाक टीम को बड़ी जीत दिलाई थी।
वहीं इस हाईवोल्टेज मैंच को लेकर रोहित शर्मा ने कहा, सभी की नजर भारत बनाम पाकिस्तान मैच पर होती है। नि:संदेह यह एक बेहद दबाव वाला मैच होगा। लेकिन हम टीम के अंदर एक सामान्य माहौल बनाना चाहते हैं, मैंच को लेकर कोई दबाव नहीं लेना चाहते। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह सिर्फ क्रिकेट का खेल है। मेरे और राहुल भाई के लिए खिलाड़ियों को यह बताना महत्वपूर्ण है कि वे भी बस एक विरोधी ही हैं। टीम इंडिया 7 बार एशिया कप का खिताब जीत चुकी है। वे टूर्नामेंट में बतौर डिफेंडिंग चैंपियन उतरेगी। भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप में अब तक 14 भिड़ंत हुई है। टीम इंडिया 8 मैच जीतने में सफल रही है। दूसरी ओर पाकिस्तान को 5 मैच में जीत मिली है। 2016 के बाद पहली बार टूर्नामेंट टी20 फॉर्मेट में खेला जा रहा है. पहले सीजन का खिताब भारतीय टीम ने ही जीता था। टीम फिर ऐसा ही प्रदर्शन करना चाहेगी।
मालूम हो कि एशिया कप के क्वालिफायर्स के मुकाबले 20 से 24 अगस्त तक ओमान में होने है। यहां यूएई, हॉन्ग कॉन्ग, सिंगापुर और कुवैत को जगह दी गई है। सभी टीमें एक-दूसरे के खिलाफ उतरेंगी। टॉप पर रहने वाली टीम को मेन राउंड में जगह मिलेगी. इस बीच कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि खिलाड़ियों की भूमिका स्पष्ट करने से उन्हें खराब फॉर्म से जूझने के दौरान वह दिशा मिलती है, जहां उन्हें ध्यान केंद्रित करना है और इससे उन्हें अपने खेल में सुधार करके मजबूत बनने में मदद मिलती हैं।
रोहित को लगता है कि एक कप्तान के रूप में यह समझना उनका काम है कि जब खिलाड़ी खराब दौर से गुजर रहे हों, तब उन्हें क्या चाहिए। रोहित ने कहा कि जाहिर है मेरे लिए यह कुछ खास लोगों के साथ जल्दी से ढलना और फिर यह समझना है कि उन्हें क्या चाहिए, उनके मजबूत पक्ष क्या हैं और उनके कमजोर पहलू क्या हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रतिक्रिया दें और उनके साथ काम करें। टीम उस व्यक्ति से क्या उम्मीद कर रही है। कप्तान ने कहा कि इससे खिलाड़ी निखर सकता है, क्योंकि जब हम उन्हें यह स्पष्टता देते हैं कि टीम आपसे क्या उम्मीद कर रही है, तब वह उस दिशा में काम करने में सक्षम होगा और वह अपने खेल पर कई तरह से काम कर सकता है और फिर अपने खेल में सुधार भी कर सकता है।
इस सलामी बल्लेबाज ने सहज माहौल की जरूरत पर भी जोर दिया। रोहित ने कहा कि मेरे लिए एक कप्तान के रूप में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम खिलाड़ियों के लिए एक ऐसा माहौल तैयार करें, जहां उन्हें यह न लगे कि यह बहुत अधिक दबाव का माहौल है। हम कोशिश करते हैं और लोगों के लिए एक माहौल बनाते हैं। हम कोशिश करते हैं कि वे जो करें उसका लुत्फ उठाएं। भारतीय कप्तान ने कहा कि जब आप बल्लेबाजी कर रहे होते हैं, तब दबाव होता है और यही आपको अपने दम पर संभालना होता है. आपके अलावा कप्तान या कोच या कोई भी इसके बारे में कुछ नहीं कर सकता।