राजधानी भोपाल की क्राइम ब्रांच में डीआइजी ने मंगलवार को बड़ा उलटफेर किया। मौजूद थाना प्रभारी समेत 17 पुलिसकर्मियों को क्राइम ब्रांच हटाकर लाइन अटैच कर दिया गया है। उनके स्थान पर 47 नए पुलिस कर्मियों को क्राइम ब्रांच भेजा गया है। अब देखना यह है कि जहां ग्वालियर और इंदौर क्राइम ब्रांच लगातार आपराधिक वारदात के बड़े खुलासे कर रही हैं, ऐसे में राजधानी पुलिस की क्राइम ब्रांच क्या धमाका करती है।बता दें कि क्राइम ब्रांच लंबे समय से कोई बड़ी वारदात का खुलासा करने में नाकाम रही। उसके दो सब-इंस्पेक्टर ढाई लाख रुपये के लेन-देन में पिछले दिनों निलंबित हो चुके हैं। क्राइम ब्रांच इस लॉकडाउन में लगातार चोरी और वाहन चोरी की वारदात होने के बावजद खुलासा करने में नाकाम रही। यहां तैनात रहे पुलिसकर्मी आपराधिक घटनाओं के सामने आने के बाद उनको थानास्तर पर निपटा रहे थे। इनकी जानकारी आला अधिकारियों तक पहुंच रही थी। इसीलिए यह व्यापक फेरबदल किया गया है।
ग्वालियर और इंदौर क्राइम ब्रांच ने किए लगातार खुलासेराजधानी की क्राइम ब्रांच सुस्ती पड़ी थी। इसकी तुलना में इंदौर और ग्वालियर की क्राइम ब्रांच लगातार बड़े खुलासे कर रही है। आला अधिकारियों तक यह मामला पहुंच गया था कि राजधानी की क्राइम ब्रांच सुस्त पड़ी है। अधिकारी रिश्वत लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले आरोपित को थाने से छोड़ रहे थे। यह मामला सामने आने के बाद फेरबदल किया गया है। सुस्त पुलिसकर्मियों को हटा दिया गया है।