धरती से मिलती-जुलती परिस्थितियों के कारण मंगल ग्रह के प्रति खगोल वैज्ञानिकों की जिज्ञासा लगातार बढ़ती जा रही है और अब अमेरिका अंतरिक्ष एजेंसी नासा ऐसे चार लोगों को मंगल ग्रह पर रहने की ट्रेनिंग देने की योजना बना रही है, जो धरती पर रहकर ऊब गए हैं और मंगल ग्रह के करीब एक साल रहने के लिए तैयार हो। हाल ही में नासा (NASA) ने 6 अगस्त को ऐसे 4 लोगों के आवेदन मांगे हैं, जो मंगल ग्रह (Mars) जैसी जगह पर 1 साल तक रहने के लिए तैयार हों। नासा 4 चयनित लोगों को ह्यूस्टन स्थित जॉनसन स्पेस सेंटर की बिल्डिंग में1,700 वर्ग फीट में फैले 3डी प्रिंटर द्वारा बनाए गए मार्स ड्यून अल्फा में रहने का मौका देगा और साथ ही यहां पर मंगल ग्रह पर विकट परिस्थितियों में रहने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
6 अगस्त पर पहले जमा करना होगा आवेदन
यदि मंगल ग्रह पर रहने के लिए नासा की इस ट्रेनिंग में हिस्सा लेना चाहते हैं तो 6 अगस्त से पहले ऑनलाइन आवेदन जमा करना होगा। नासा ने बताया है कि मंगल ग्रह पर भविष्य के मिशनों की वास्तविक जीवन की चुनौतियों की तैयारी के लिए नासा यह स्टडी करेगा कि कैसे कोई इंसान लंबे वक्त तक आभासी परिस्थिति में मंगल ग्रह पर रहता है। नासा के मुताबिक ट्रेनिंग सेंटर में मंगल ग्रह की तरह परिस्थितियां निर्मित की गई है, इस ट्रेनिंग सेंटर में चयनित लोगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इन चुनौतियों में संसाधनों की सीमित मात्रा, उपकरण विफलता, बातचीत में देरी और दूसरे पर्यावरणीय तनाव भी शामिल हैं।
सिर्फ अमेरिकी लोगों को दिया जा रहा मौका
नासा ने फिलहाल अमेरिकी लोगों के ही आवेदन आमंत्रित किए हैं। ऐसे अमेरिकी नागरिक, जिनकी आयु 30-55 के बीच है, आवेदन कर सकते हैं। चयन के अन्य मानदंडों में अंग्रेजी में दक्षता, अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य और धूम्रपान नहीं करने की आदत को प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से इंजीनियरिंग, गणित, या जैविक, भौतिक या कंप्यूटर विज्ञान में मास्टर डिग्री या दो साल के पेशेवर एसटीईएम का अनुभव होना भी जरूरी है।