भोपाल : अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए जाने वालीं मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री उषा ठाकुर एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। दरअसल, अपने साथ सेल्फी के लिए जो उन्होंने शर्त रखी है उस पर विवाद खड़ा हो गया है। मंत्री ने कहा कि उनके साथ सेल्फी लेने वालों को 100 रुपए देने होंगे क्योंकि सेल्फी लेने से उनका समय खराब होता है और इससे उन्हें अपने कार्यक्रमों में पहुंचने में देरी होती है। ठाकुर का कहना है कि अब से जो भी उनके साथ सेल्फी लेने की मांग करेगा वह उससे 100 रुपए देने के लिए कहेंगी। उन्होंने कहा कि सेल्फी लेने में जुटी राशि पार्टी के कोष में जमा होगी।
एमपी में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री हैं उषा ठाकुर
ठाकुर राज्य की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री हैं। वह रविवार को राजधानी भोपाल से 250 किलोमीटर दूर खंडवा में थीं। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उनके साथ सेल्फी लेने के लिए जुट गए। इससे उनके तय कार्यक्रम में देरी हुई। इसके बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में ठाकुर ने कहा, ‘सेल्फी लेने में बहुत सारा समय बर्बाद हो जाता है। यही नहीं इसके चलते हमें अपने कार्यक्रमों में पहुंचने में देरी हो जाती है। अब हमने सोचा है कि हमारे साथ जो सेल्फी खींचायेगा उसे पार्टी के स्थानीय मंडल यूनिट के कोष में 100 रुपए जमा करने होंगे।’
रविवार को खंडवा में थीं ठाकुर
खंडवा पहुंची मंत्री ठाकुर का स्वागत भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूलों के गुलदस्ते से किया। इस पर मंत्री ने कहा कि आगे से वह फूलों की जगह किताब लेना पसंद करेंगी क्योंकि फूल केवल भगवान विष्णू को चढ़ाए जाते हैं क्योंकि इन फूलों पर देवी लक्ष्मी निवास करती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि मंत्रियों एवं नेताओं को फूलों की जगह किताबें लेनी चाहिए।
टीके के लिए 250 रुपए की मांग भी की थी
मंत्री ने कुछ दिनों पहले कहा था कि कोरोना का टीका लेने वाले लोगों को प्रत्येक डोज के लिए 250 रुपए पीएम केयर्स फंड में जमा करना चाहिए। ठाकुर के इस बयान की कांग्रेस ने आलोचना की। इससे पहले ठाकुर के कैबिनेट के सहयोगी कुंवर विजय शाह ने साल 2015 में कहा था कि उनके साथ सेल्फी की चाह रखने वालों को 10 रुपए जमा करने होंगे।