मंदसौर जिले के अफजलपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ा ही रोचक मामला सामने आया। यहां अपने साथ 60 हजार रुपये की लूट की रिपोर्ट लिखाने पहुंचा ग्राम सूंठी का अंकित पाटीदार 24 घंटे में खुद ही आरोपित बन गया। लूट से संबंधित तथ्य नहीं मिले तो पुलिस ने उसकी बैंक डिटेल निकाली, और यही से पोल खुल गई। तब अंकित ने ही कबूल लिया कि शेयर मार्केट में 60 हजार रुपये डूबने पर लूट की कहानी बना दी थी। अब अंकित के खिलाफ ही कार्रवाई हो रही है। एसपी सुनील कुमार पाण्डेय ने बताया कि अंकित पुत्र लक्ष्मीनारायण पाटीदार निवासी ग्राम सूंठी ने अफजलपुर थाने रिपोर्ट की थी कि 13 सितंबर को सुबह मंदसौर में महाराणा प्रताप बस के पास आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम से 60 हजार रुपये निकालकर बैग में रखे थे।
इसके बाद बाइक (एमपी 14 एमडी 6725) से दलौदा आकर दलौदा मण्डी में दिन भर कार्य किया। रात में मोटरसाइकिल से डिगांव तरफ जाते समय ग्राम बर्डियाखेड़ी के पास दो बाइक सवार बदमाशों ने रुपयों से भरा बैग लूट लिया और फरार हो गए। लूट की घटना की रिपोर्ट अफजलपुर थाने पर प्रकरण दर्ज कर थाना प्रभारी जितेन्द्रसिंह सिसोदिया ने जांच शुरू की।
अपनी ही बातों को साबित नहीं कर पाया अंकितAds by Jagran.TV
पुलिस अधिकारियों ने जांच के दौरान अंकित पाटीदार द्वारा घटना के संबंध में बताए गए तथ्यों की बारीकी से छानबीन की गई। अंकित द्वारा बताए गए तथ्यों के आधार पर भौतिक साक्ष्यों में विरोधाभास होने से सायबर सेल को भी काम में लगाया गया। तकनीकी पहलुओं पर बारीकी से काम हुआ तो सारी पोल पट्टी सामने आ गई। जब अंकित द्वारा बताई जा रही बातें हकीकत से मेल नहीं खा रही थी तो भी पुलिस ने एक बार फिर तस्दीक की।
जरा सी सख्ती हुई तो आ गया पूरा सच सामने
अंकित द्वारा बताई गई घटना की सत्यता जब पूरी तरह संदेह के घेरे में आ गई तो पुलिस ने उसे बुलाया। अंकित पर पुलिस ने थोड़ी सी सख्ती दिखाई तो वह टूट गया। फिर अंकित ने जो कहानी सुनाई उसको सुनकर पुलिस अधिकारी भी चौक गए। अंकित ने बताया कि मैने 60,000 रुपये एटीएम से नहीं निकाले थे। यह रुपये राशि आनलाइन माध्यम से शेयर मार्केट में लगाए थे, पर वह डूब गए। शेयर मार्केट में रुपये डूबने की बात को स्वजनों से छुपाने व अपने बचाव हेतु लूट की मनगढ़ंत कहानी बनाकर थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
अंकित ने ही छुपा दिया था बेग
थाना प्रभारी जितेन्द्रसिंह सिसौदिया ने बताया कि हालांकि फरियादी के बैंक खाते की डीटेल ने ही पूरी पोल खोल दी थी। पर हमने उससे ही पूरी बात उगलवाई। बैंक खाते अंकित के मोबाइल से आनलाइन शेयर मार्केट में रुपये डालने संबंधित डेटा भी प्राप्त हुआ हैं। सारी स्थिति साफ होने पर फरियादी अंकित से पूछा गया कि अब जिस बैग में रुपये रखना बताया था वह कहा है तो उसने छुपाए गए बैग को भी पुलिस को सौप दिया। अब झूठी रिपोर्ट करने वाले अंकित पाटीदार पर भी कार्यवाही की जा रही है।