नगर मुख्यालय से लगभग ४ किमी. दूर ग्राम पंचायत बकोड़ा स्थित सांई मंदिर के समीप ट्रस्ट एवं वार्डवासियों के द्वारा गंदगी व खाली जमीन पर अवैध कब्जे को रोकने के लिए सरपंच से नाडेप निर्माण की मांग की गई थी। जिस पर सरपंच के द्वारा मंदिर ट्रस्ट एवं वार्डवासियों की मांग पर उक्त स्थान पर नाडेप का निर्माण किया गया है परन्तु ग्राम के एक व्यक्ति के द्वारा सरपंच से आपसी विवाद के चलते नाडेप निर्माण के लिए गलत स्थान का चयन कर निर्माण करने की शिकायत जनपद पंचायत में की गई थी। शिकायत की जांच करने राजस्व विभाग २४ फरवरी को नाडेप स्थल पहुंचा तो पाया कि सडक़ मद की जगह पर निर्माण किया गया है। तभी ग्रामीण व वार्डवासी सरपंच के पक्ष में समर्थन करते हुए जांच अधिकारियों से कहा कि हमारी मांग पर नाडेप का निर्माण किया गया है क्योंकि मंदिर के आसपास गंदगी की जा रही थी एवं कुछ लोग अवैध रूप से अतिक्रमण करने का प्रयास कर रहे थे। जिसे बचाने एवं स्वच्छता बनाये रखने के लिए नाडेप का निर्माण किया गया है और नाडेप बनने के बाद से मंदिर परिसर के आसपास होने वाला कचरा और गंदगी भर माहौल पूर्णत: सुधर गया है। साथ ही जिसने शिकायत किया है वह आपसी मतभेद के चलते किया है। वहीं शिकायतकर्ता का कहना है कि पंचायत के द्वारा शासकीय जमीन पर नाडेप का निर्माण किया गया है जो गलत है उसे तोडक़र अन्यंत्र स्थान पर निर्माण किया जाना चाहिए।
दूरभाष पर चर्चा में पटवारी गिरीश चौधरी ने बताया कि बकोड़ा पंचायत में बने नाडेप निर्माण स्थल की जांच करने के आदेश मिले थे और जांच किया गया तो पाया कि रोड़ मद की जमीन पर निर्माण किया गया है जिसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जायेगी।