मनचलों से भयभीत पिता पुत्रियों के थाने की ली शरण

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बीते कुछ दिनों से नगर व क्षेत्र में मनचलों की संख्या बढ़ती जा रही है जिनके द्वारा बेधड़क किसी भी बालिका का हाथ पकड़ा जा रहा है। जिससे वर्तमान में नगर में बेटियों का घूमना भी दुश्वार समझ आ रहा है। ऐसा ही एक मामला 4 अप्रैल को नगर के बस स्टैंड में देखने मिला जहां पर मनचलों से जान बचाकर पिता पुत्रियों ने दौड़ लगा दी और थाने की शरण ली। जिसमें पुलिस के द्वारा हट्टा थाना निवासी एक मनचले को अपनी अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बस स्टैंड में स्थित ऑटो स्टैंड के पास मोची की दुकान पर पिता अपनी पुत्री के साथ खड़ा था तभी अचानक एक मोटरसाइकिल पर तीन युवक आया और उन्होंने लड़की का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींचने लगे। यह देख पिता ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो मोटरसाइकिल सवार तीनों मनचलों ने गाड़ी से उतारकर पिता की बेदम पिटाई कर दी। जिसके बाद उक्त पिता बस में अपनी पुत्रियों को बैठाने खड़ा था तभी उक्त मनचलों के द्वारा उनका पीछा किया गया ऐसे में पिता और पुत्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए मौके से दौड़ लगा कर थाने की शरण ली। जिसके बाद पुलिस को पूरी जानकारी दी जिस पर पुलिस के द्वारा बस स्टैंड में घूम कर एक हट्टा थाना निवासी युवक को अपनी अभिरक्षा मैं लेकर थाने में लाया गया। जिसकी पहचान पीड़ित पिता के द्वारा 3 मनचलों में से एक यह भी होने की बात कही जिस पर पुलिस के द्वारा उससे एवं पीड़ित पक्ष से पूछताछ की जा रही है। किंतु इस विषय पर समाचार लिखे जाने तक पुलिस के द्वारा कोई अपराध दर्ज नहीं किया गया है केवल पूछताछ की कार्यवाही की जा रही है।

पद्मेश से चर्चा में पीड़ित देवराज बोरकर ने बताया कि वह खमरिया कामठी का निवासी है जो अपने रिश्तेदार के घर ग्राम पंचायत खापा में विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने पूरे परिवार के साथ आया हुआ था। जहां विवाह कार्यक्रम संपन्न होने पर वह अपनी पुत्री को खमरिया और दो भांजी सिवनी की बस बैठाने के लिए बस स्टैंड आया तो ऑटो स्टैंड के पास स्थित मोची की दुकान में बच्ची की सैंडल की सिलाई करवा रहा था। तभी एक मोटरसाइकिल में तीन युवक आए और वह मेरी बेटी का हाथ पकड़ लिया यह देख मैंने उन तीनों को एक एक थप्पड़ मारा परंतु वह तीनों मोटरसाइकिल खड़ी कर मारपीट करने लगे। जिन्हें आसपास के दुकानदारों के द्वारा शांत करवाया गया जिसके बाद यह मामला शांत हो गया तो मैं अपनी बेटी और भांजी को बस बैठाने के लिए बस के पास आया। तो एक युवक बोलने लगा कि यहां खड़ा है ऐसे में वह मेरी तरफ दौड़े तो मैं अपनी मोटरसाइकिल वही छोड़कर बेटी और भांजी के साथ थाने में आ गया जिसके बाद उन लोगों ने मेरी मोटरसाइकिल उक्त स्थान से ले जाकर अन्य दूसरे स्थान पर खड़ी कर दी। जिसमें पुलिस के द्वारा कार्यवाही की जा रही है। हमारी मांग है कि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही हो।

यहां यह बताना लाजमी है कि यह नगर की दूसरी घटना है जो इस प्रकार से सामने आई है। इसके पहले वार्ड नंबर 2 में किराए से रह रहे युवकों के द्वारा वार्ड की बालिकाओ के साथ छेड़छाड़ करने की सूचना सामने आई थी जिसमें वार्ड वासियों के द्वारा पुलिस को ज्ञापन भी दिया गया था। उसके बाद बीच बस स्टैंड में पिता के साथ मोची के पास खड़ी युवती का हाथ पकड़ने की घटना प्रकाश में आई है। ऐसे में इस प्रकार से मनचलों की बढ़ रही भीड़ पर पुलिस प्रशासन क्या कार्यवाही करता है यह देखने की बात है परंतु नगर के जागरूक नागरिकों के द्वारा इस प्रकार के मनचलों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की गई है।

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