इंदौर। किसी बल्लेबाज के लिए शतक लगाना सपने के सच होने जैसा होता है, लेकिन यदि वह दोहरा शतक लगा दे तो सपने पर ही यकीन करना मुश्किल होता है। मगर यदि दोहरा शतक कोई गेंदबाज लगा दे तो यकीन और भी मुश्किल होता है। मप्र की तेज गेंदबाज पूजा वाकार ने इससे भी आगे जाकर लगातार दो मैचों में दोहरे शतक लगाते हुए सभी को अचंभित कर दिया है। संभवत: यह ऐसा कारनामा है जो दुनिया में अब तक कोई बल्लेबाज नहीं कर सका। हैरानी की बात है कि 21 साल की पूजा ने भारत के लिए खेले छह वन-डे मैचों में सिर्फ 88 रन, वहीं 20 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 105 रन बनाए हैं। मप्र क्रिकेट संगठन द्वारा आयोजित जेएस आनंद अंतर संभागीय वन-डे क्रिकेट स्पर्धा के मैच में शहडोल से खेलने वाली पूजा सोमवार को चंबल संभाग के खिलाफ दोहरा शतक (219 रन) बनाया। उनकी बल्लेबाजी की मदद से शहडोल ने चंबल को 289 रनों से हराया। एक दिन पहले ही पूजा ने सागर के खिलाफ नाबाद 262 रनों की पारी खेली थी।एसएस कम्यून मैदान पर शहडोल ने 50 ओवर में एक विकेट पर 419 रन बनाए। पूजा ने 143 गेंदों की पारी में 38 चौके और एक छक्का लगाया। रीना यादव ने नाबाद 131 रन बनाए। दोनों ने पहले विकेट के लिए 348 रन जोड़े। अनन्या सिंह ने एकमात्र विकेट हासिल किया। जवाब में चंबल की टीम 41.1 ओवर में 130 रनों पर सिमट गई। सोनिया शर्मा ने 115 गेंदों पर 11 चौकों के सहारे 76, अनन्या सिंह ने 66 गेंदों पर 8 चौके लगाते हुए 43 रन बनाए। दीक्षा सिंह ने छह और स्वाति वर्मा ने चार विकेट लिए
बल्लेबाजी में बना चुकी हैं विश्व रिकॉर्ड
पूजा का टीम में चयन बतौर तेज गेंदबाज होता है, लेकिन उनके नाम बल्लेबाजी में विश्व रिकॉर्ड है। 18 साल की उम्र में अपना दूसरा वन-डे खेलते हुए पूजा ने मार्च 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौवें नंबर पर उतरकर अर्धशतक (51 रन, 56 गेंद) लगाया था। यह महिला क्रिकेट इतिहास में नौवें नंबर की बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बना। पिछला रिकॉर्ड न्यूजीलैंड की लूसी डूलन (48 रन, विरुद्ध इंग्लैंड, 22 मार्च 2009) के नाम था।