राजधानी के शासकीय मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में प्रैक्टिकल परीक्षा के दौरान एक छात्रा के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सभी कॉलेजों के विद्यार्थियों और प्राध्यापक संघ ने ऑनलाइन परीक्षा कराने की मांग की है। शासकीय महाविद्यालय प्राध्यापक संघ ने शुक्रवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को पत्र लिखकर ऑनलाइन परीक्षा कराने की मांग की है। संघ का कहना है कि मध्यप्रदेश में कोरोना मामले में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मार्च महीने से संक्रमण की रफ्तार में तेजी आई है। वहीं बीते दिनों प्रदेश में संक्रमण के 900 से अधिक मामले सामने आए। जिसके बाद अब प्रदेश में विश्वविद्यालय की परीक्षा ऑनलाइन कराने की मांग की गई है। दरअसल, प्रांतीय शासकीय महाविद्यालय प्राध्यापक संघ के प्रांत अध्यक्ष कैलाश त्यागी ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। अपने पत्र में कैलाश त्यागी ने राज्यपाल से कोरोना संक्रमण को देखते हुए विश्वविद्यालय के परीक्षा ऑनलाइन कराने की मांग की है। पत्र में लिखा गया है कि प्रतिदिन कोरोना के बड़े मामले सामने आ रहे हैं। बीते एक सप्ताह में संक्रमण में कई गुना वृद्धि देखने को मिली है। ऐसी स्थिति में छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में प्रतिदिन महाविद्यालय में उपस्थित हो रहे हैं। जहां सुरक्षित शारीरिक दूरी और मास्क से संक्रमण की रोकथाम के लिए दिशा- निर्देशों का पालन संभव नहीं हो पा रहा है। वही प्रांत अध्यक्ष त्यागी ने पत्र में लिखा है कि महाविद्यालय में संक्रमित छात्र छात्रा और शिक्षक कर्मचारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।
संक्रमित शिक्षकों व कर्मचारियों को 30 दिन का अवकाश देने की मांग
उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखते हुए मांग की है कि महाविद्यालय में जारी ऑफलाइन प्रायोगिक परीक्षा स्थगित करने का कष्ट करें और साथ ही सैद्धांतिक परीक्षा पेपर मोड में ना लेकर अन्य विकल्प पर विचार किया जाए। वही पीड़ित शिक्षक और कर्मचारी के लिए विशेष मांग करते हुए प्रांत अध्यक्ष कैलाश त्यागी ने राज्यपाल से मांग की है कि अन्य राज्यों के समान मध्यप्रदेश में भी संक्रमित हुए शिक्षकों कर्मचारियों को 30 दिन का विशेष अवकाश स्वीकृत करने का प्रावधान किया जाए।