प्रदेश में एक दिन में नए मरीजों की संख्या के मामले में कोरोना ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। गुरुवार को 26,514 सैंपल की जांच में 2,777 मरीज मिले। इसके पहले पिछले साल 19 सितंबर को 2607 मरीज मिले थे। प्रदेश में संक्रमण दर पिछले 5 दिन से 10 फीसद से ऊपर बनी हुई है। भोपाल में तो 20 फीसद से ज्यादा सैंपल पॉजिटिव मिल रहे हैं। गुरुवार को मिले मरीजों के साथ प्रदेश में अब तक कोरोना से संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या 3 लाख 834 हो गई है। चिंता की बात यह है कि मृतकों की संख्या भी हर दिन बढ़ती जा रही है। अभी हर दिन 10 से 12 मरीजों की मौत के मामले सामने आ रहे थे, लेकिन गुरुवार को अलग-अलग जिलों में 16 मरीजों की मौत हुई है। सर्वाधिक 3 मरीजों की मौत इंदौर में और दो की जबलपुर में हुई है। अन्य जिलों में एक-एक मरीजों ने दम तोड़ा है।
प्रदेश में हर दिन मरीजों का आंकड़ा बढ़ते हुए 2700 के पार पहुंच गया है, जबकि स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या हर दिन 1500 के आसपास बनी हुई है। इस कारण सक्रिय मरीज भी लगातार बढ़ रहे हैं। गुरुवार की स्थिति में प्रदेश में कुल 19 हजार 336 सक्रिय मरीज थे। इनमें करीब 70 फीसद होम आइसोलेशन में हैं। बाकी मरीजों का निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
8000 सैंपलों की जांच अटकी
प्रदेश सरकार ने हर दिन 30 हजार सैंपल जांचने का लक्ष्य रखा है। 2 दिन से 30 हजार से ज्यादा सैंपल लिए भी जा रहे हैं, लेकिन हर दिन जांच इतने सैंपलों की नहीं हो पा रही है। गुरुवार को पूरे प्रदेश में रैपिड एंटीजन और आरटी-पीसीआर मिलाकर 30000 से ज्यादा सैंपल लिए गए, जबकि जांच सिर्फ 26,514 सैंपलों की ही हो पाई। 8000 सैंपल की जांच नहीं हो पाई थी। इसी तरह से बुधवार को भी करीब 5000 सैंपल की जांच लंबित थी। इस वजह से मरीजों को तीसरे या चौथे दिन बीमारी का पता चल पा रहा है। तब तक वह दूसरों को संक्रमित करते रहते हैं। साथ ही उनकी भी हालत बिगड़ने की आशंका रहती है।