कोरोना संक्रमण महामारी के बाद 20 जनवरी से जटाशंकर महाविद्यालय में पढ़ाई तो शुरू हो गई, लेकिन 5 दिन बाद भी पूरी शिक्षण व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी है इस बात के कई उदाहरण महाविद्यालय के भीतर दिखाई दिए।
महाविद्यालय परिसर के भीतर अधिकांश छात्र क्लास के अंदर या फिर बाहर ग्रुप में अपने दोस्तो के साथ बैठे हुए थे, क्लास में टीचर को छोड़कर छात्र पूरी संख्या में दिखाई दे रहे थे। कुछ नए नवेले छात्र ऐसे भी थे जिन्हें यही नहीं पता था कि आखिरकार उनकी क्लास लगती कहां है नोटिस बोर्ड पर ऐसी कोई जानकारी दिखाई नहीं दी जिससे कॉलेज के छात्रों को क्लास लगाने की विषय में कोई सूचना मिल सके।
वही दूसरी और महाविद्यालय के प्राचार्य बताते है कि क्लास रोजाना लग रही है। क्लास के लिए समयचक्र जारी किया गया है। जो इस प्रकार से है इसी आधार पर छात्र क्लास लगाने कालेज आए।