महिला का गलत आपरेशन करने वाले डाक्टरों की स्वजन गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। फरियादी ने डीआइजी को आवेदन दिया है। फरियादी महेन्द्र ने बताया कि तेजाजी नगर थाना पुलिस ने शिकायत के एक साल बाद तीन दिन पहले केस दर्ज किया था। फरियादी ने बताया सीएमएचओ की शिकायत के बाद भी जब तेजाजी नगर थाना पुलिस ने शिकायत नहीं की तो उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की।
हेल्पलाइन पर बताया कि डाक्टरों की गलती होने के बाद भी थाने में आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज नहीं हो रहा है। तब कहीं जाकर मंगलवार को पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपित फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है। मरीज की जान के साथ खिलवाड़ करने को लेकर आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
यह था मामला
10 दिसंबर 2019 में उनकी बहन रानी पत्नी शैलेश सिरसिया को पेट में दर्ज होने के कारण पुष्पकुंज अस्पताल में भर्ती कराया था। 11 दिसंबर को डाक्टर रमेश और अभिलाषा ने आपरेशन किया। इसके बाद भी जब बहन का दर्द ठीक नहीं हुआ तो डाक्टर से संपर्क किया, लेकिन डाक्टर ने उसे गलती न मानते हुए 16 दिसंबर को छुट्टी कर दी।घर जाने के बाद 18 को फिर से बहुत तेज दर्द हुआ तो उसे वापस अस्पताल लेकर आए। डाक्टरों ने अस्पताल में भर्ती तो कर लिया लेकिन बहन को देखने के लिए कोई नहीं आता था। बहन की हालत जब ज्यादा बिगड़ने लगी तो महेन्द्र और स्वजनों को डाक्टरों पर शक हुआ।
स्वजनों 20 दिसंबर को चोइथराम अस्पताल लेकर पहुंचे और वहां भर्ती किया। यहां डाक्टरों की लापरवाही पता चली तो महेन्द्र ने थाने में शिकायत की, जब वहां भी सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने मेडिकल बोर्ड में शिकायत की। यहां से जिला स्तर पर जांच हुई और एक जनवरी 2021 को सीएमएचओ की टीम ने जांच के बाद डाक्टर रमेश नागराज और अभिलाषा बिल्लौरे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा।