ग्राम चमाटी के पास मिले महिला के शव के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। मंगलवार को पत्रकारवार्ता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा ने बताया कि शराब पार्टी करने के बाद अपनी साथी महिला के साथ दुष्कर्म करने में असफल रहे दो आरोपितों ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी। मामले में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा ने बताया कि 11 दिसंबर को ग्राम चमाटी फाटे के पास मिला शव 45 वर्षीय कलाबाई पुत्री मांगीलाल निवासी बोरगांव बुजुर्ग का था। कलाबाई खेती में उपयोग आने वाले औजार बनाने का काम करती थी। वह अपने परिवार के साथ ग्राम बड़ियाग्यासुर के पास डेरे में कुछ दिनों से रह रही थी।
सात दिसंबर को कलाबाई ने अपने ही समाज के पंधाना निवासी मोहन पुत्र बनवारी और जयपाल पुत्र अंबालाल लोहार को 47 हजार 500 रुपये में बैल बेचे थे। कलाबाई को मोहन ओर जयपाल ने ढाई हजार रुपये दिए थे। शेष रुपये बाद में देने की बात कही थी। इसके बाद 11 दिसंबर को मोहन और जयपाल 45 हजार रुपये लेकर महिला को डेरे पर जाकर दिए थे। महिला ने यह रुपये अपनी मां को दे दिए।
बाइक पर साथ में बैठाकर ले गए थे कलाबाई को
रुपये देने के बाद आरोपितों ने कलाबाई से कहा कि अब कुछ खर्चा कर लो, शराब नहीं तो चाय ही पिला दो। इसके बाद कलाबाई इसके लिए राजी हो गई। मोहन और जयपाल कलाबाई को अपनी बाइक पर बैठाकर चमाटी फाटे पर ले आए। यहां तीनों ने साथ बैठकर शराब पी।
इसके बाद वे महिला को कुछ दूर स्थित सीताफल के बगीचे में ले गए। इसके बाद जयपाल को निगरानी में खड़ा कर मोहन ने कलाबाई के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। जब दोनों ही महिला के साथ दुष्कर्म करने में असफल हुए तो उसकी हत्या कर दी। आरोपितों ने मुंह और हाथ कपड़े से बांधने के बाद उसका गला घोंट दिया था।
इस दौरान रोड से कुछ मजदूर गुजर रहे थे। उन्हें देख मोहन और जयपाल भाग गए। इस मामले को सुलझाने में छैगांवमाखन थाना प्रभारी एसआइ राधेश्याम मालविया, देशगांव चौकी प्रभारी एसआइ शिवराम पाटीदार, एसआइ कमलसिंह दसौंधी, एएसआइ विरेंद्र मंडलोई, प्रधान आरक्षक सुनील राठौर, सचिन पाटील, धर्मेंद्र सिंह चौहान, महेश वास्कले, आरक्षक महेंद्र, अक्षय और कुंदन की अहम भूमिका रही।